जकड़बांधा का मामला
ग्राम जकड़बांधा के ग्रामीण पानी के एक-एक बूंद के लिए तरस रहे हैं। उक्त ग्राम का हेण्डपंप काफी दिनों से खराब है। वही ग्राम के एक मोहल्ले में जहां हेण्डपंप ही नहीं है, जिसके कारण उक्त मोहल्ले के ग्रामीण पानी के लिए झिरिया का सहारा ले रहे है। गांव की महिला, बच्चे पानी लेने के लिए दूर नदी के नालों में जाते हैं, जहां उनके द्वारा गड्ढ़ा खोदकर पानी निकाला जाता है। ग्रामीणों से पूछने पर बताया कि प्रतिदिन यहां आकर झिरिया से पानी निकालते है और उसका उपयोग करते हैं। इस संबंध में जब पीएचई विभाग के अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मोबाइल यूनिट बनाई गई है। हर गांव में व्हाट्सअप नंबर दिया गया है, जिससे गांव में पानी की समस्या की जानकारी मिलने पर निदान किया जा सके। लेकिन वनांचल में पानी की गंभीर समस्या अब तक दूर नही किया जा सका है। जलस्तर गिरने के कारण कहीं बोर सूखे पड़े हैं तो कहीं हेण्डपंप खराब है तो कहीं खराब पानी आ रहा है। वनांचल क्षेत्र के ग्रामीणों की समस्या को सुनने वाला कोई नहीं।
प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में यहां हरे भरे 1300 पेड़ों की ली जाएगी बलि और इंस्टाग्राम पेज पर जा सकते है व्हाट्सअप पर नहीं मिला मैसेज
विभाग के अधिकारी मोबाइल यूनिट और गांव में व्हाट्सअप नंबर दिये जाने की बात कहते हैं। व्हाट्सअप पर जानकारी नहीं मिलने की बात कहने वाले अधिकायरी यह भूल जाते हैं कि वनांचल क्षेत्र में नेटवर्क बड़ी समस्या है। वही ग्रामीणों को मोबाइल यूनिट की भी जानकारी नहीं है।
सागर सिंह बैस, पुर्व ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष लोरमी
&मेरे कार्याकाल के दौरान जाकड़बांधा में सौर उर्जा पंप करवाया गया था। जानकारी लेते है तथा समस्या को लेकर अधिकारियों से चर्चा की जाएगी। जल्द समस्या का समाधान किया जायेगा।
तोखन साहू, पूर्व विधायक (MLA)लोरमी
&हेण्डपंप खराब की जानकारी मिली है, लेकिन उक्त क्षेत्र वन विभाग का आता है। फिर भी कर्मचारियों को हेण्डपंप सुधार करने भेजेंगे। वनविभाग से किसी भी समस्या की जानकारी नहीं मिलती।
आईएस कश्यप, पीएचई विभाग सब इंजीनियर(PHE Department Engineers)