इसी के तहत लोरमी क्षेत्र की 5 बार की राष्ट्रीय रिले रेस की एथलीट रश्मि कैवर्त को भी कोचिंग की सुविधा और आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया गया है। इस संदर्भ में खेल एवं युवा कल्याण विभाग, मंत्रालय ने सूचित किया है।
श्यामकिशोर/निक्कू @ जायसवाल लोरमी. रियो ओलंपिक में भारतीय महिलाओं की जबरदस्त दावेदारी से छग सरकार ने अपने क्षेत्र की प्रतिभाओं को बेस्ट कोच उपलब्ध कराने की तैयारी शुरू कर दी है। पत्रिका ने एथलेटिक्स रश्मि की दयनीय स्थिति को लेकर 12 और 13 जून के अंक में प्रमुखता से खबर का प्रकाशन किया था। ब्लॉक, जिला, संभाग, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर 42 बार गोल्ड सहित 62 मेडल प्राप्त कर देश और प्रदेश का नाम रोशन करने वाली रश्मि सुविधा व सहायता के अभाव में दर्जी बन कर 10 सदस्यों वाले परिवार का पालन पोषण में अपनी प्रतिभा बर्बाद कर रही थी। अब जब राज्य शासन ने रश्मि की सुध ली है तो उसने सबसे पहले पत्रिका को धन्यवाद किया और मंजिल को छूने की मंशा जाहिर की।
इस एथलेटिक्स के पास इतने मेडल कि पहन ले तो वजन से गर्दन झुक जाए, पर रोटी के लिए बनी दर्जी 5 राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर चुकी है रश्मि 600 मीटर दौड़ मथुरा उत्तर प्रदेश, 600 मीटर दौड़ नेशनल खेल पुणे महाराष्ट्र, 600 मीटर दौड़ दिल्ली में और उज्जैन में 5000 मीटर दौड़ में गोल्ड विजेता रही। इसके अलावा, मुंगेली, बिलासपुर, रायपुर, सहित देश के अलग अलग स्थानों में खेल में भाग लेकर 42 गोल्ड मेडल सहित 20 कांस्य व सिल्वर मेडल तथा 22 शील्ड, 80 प्रमाण पत्र प्राप्त कर चुकी हैं।
मौजूदा व पूर्व विधायक ने की थी मदद खबर प्रकाशित होने के बाद विधायक व संसदीय सचिव तोखन साहू और पूर्व विधायक धर्मजीत सिंह रश्मि के निवास पर पहुंचे थे। तोखन साहू ने 15 हजार रुपए व कालेज की पढ़ाई का खर्च उठाने की बात कही थी। साहू ने खेल मंत्री से मिलकर योजना के माध्यम से हर संभव मदद करने का आश्वासन भी दिया था। वहीं धर्मजीत सिंह ने 5 हजार रुपए नगद तथा कालेज की फीस व पुस्तक कापी देने की घोषणा की थी। एथलीट रश्मि को प्रशिक्षण दिलाने के लिए कोच की व्यवस्था करने का भरोसा दिलाया था।