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अब अड़भार में पीएम आवास की किस्तें हुई चोरी, जियो टेक में दिखाते रहे नकली घर

locationमुंगेलीPublished: Dec 07, 2018 11:50:09 am

Submitted by:

Amil Shrivas

ग्राम अड़बार में प्रधानमंत्री आवास चोरी का मामला

Mungeli

अब अड़भार में पीएम आवास की किस्तें हुई चोरी, जियो टेक में दिखाते रहे नकली घर

बालकृष्ण अग्रवाल/पेंड्रा. जनपद पंचायत के ग्राम अड़भार में आवास चोरी के मामले जांच अधिकारी ने अकेले आवास मित्र को मामले में आरोपी ठहराते हुए एफआईआर दर्ज करा दी। वहीं आवास आवंटन व्यवस्था से जुड़े अन्य अधिकारी व कर्मचारियों को क्लीन चिट दे दी। यही नहीं इस मामले के पीछे कौन है, इसका भी खुलासा नहीं किया। ऐसे में जांच अधिकारी की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं।
गौरतलब है कि आवास चोरी मामले जनपद पंचायत पेंड्रा सीईओ ने केवल आवास मित्र के खिलाफ पेंड्रा थाने में 420 का मामला दर्ज कराकर बाकी लोगों को नोटिस जारी कर के क्लीन चिट दे दी, जबकि आवास ब्लॉक समन्यवक और कम्प्यूटर आपरेट भी उस आरोप में बराबर कर हिस्सेदार हैं। इसके बावजूद अकेले सिर्फ आवास मित्र को आरोपी बनाने से प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी है। फिलहाल अब सीईओ जिला पंचायत और जांच अधिकारी कह रहे हैं कि बयान के आधार पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। दूसरी ओर फुलझडिय़ां बाई के आवास चोरी का मामला उजागर होने के बाद अन्य मामले भी प्रकाश में आने लगे हैं। जांच के दौरान कई आवासों में गड़बड़ी मिली है। जांच के दौरान पता चला कि रिकॉर्ड में दु:खहरन पिता राम गरीब का कागजों में आवास रूफ कॉस्ट तक बना है और उसकी तीनो किस्तों का भुगतान भी हो गया, लेकिन दु:खहरन का आवास मौके पर नहीं मिला, जबकि जिओ टेक में दुखहरन का तीन किस्तों में तीन अलग-अलग लेबल की फोटो लगा कर कागजों में कार्य कराकर पैसे का भुगतान कर दिया गया है। जब पत्रिका ने मामले का खुलासा किया तो उसने अपने पुराने घर को तोडऩे का काम चालू किया है।
हितग्राहियों को नहीं मिल पा रही राशि, आवास निर्माण कार्य अधूरा-तखतपुर. जनपद पंचायत तखतपुर अन्तर्गत प्रधानमंत्री आवास योजना कछुवा की चाल चल रहा है। यहां हितग्राही आवास निर्माण कार्य प्रारंभ तो कर दिया है, लेकिन राशि नहीं मिलने के कारण आवास आधे अधूरे पड़े हुए हैं। कुछ लोगों के पास तो रहने के लिए घर नहीं है। क्योंकि वे अपना कच्चा मकान तोड़कर निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिये हैं, परन्तु राशि नहीं आने के कारण अधूरे में लटक गये है। अब उनके पास ठंड में रहने के लिए घर नहीं है। मजबूरी में आस पास के सामुदायिक भवन एवं शासकीय भवनों में सहारा लेने को मजबूर हो गये हैं। कुछ लोगों को तो भवन भी नहीं मिल पाया है, जो बाहर में हि अपनी दिनचर्या बिता रहे हंै। ज्ञात हो कि तखतपुर जनपद पंचायत अन्तर्गत 2018-19 में 4372 आवास स्वीकृत हुए हैं। इसमें से अभी तक 569 आवास ही पूर्ण हो पाये हैं। अधिकांश आवास राशि नही होने के कारण अधूरे लटके पड़े हंै, जिससे हितग्राहीयों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड रहा हैं। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना अन्तर्गत फण्ड की कमी है। पूरे प्रदेश के लिए कुछ राशि आवंटित होती है, जो हाथी के मुह में जीरा वाली कहावत चरितार्थ करती है। यदि राशि आने में यही हाल रहा तो योजना धरी की धरी रह जायेगी। वहीं सहायक परियाजना अधिकारी आनंद पाण्डेय का कहना है कि शासन के पास फंड की कमी थी, जिसके चलते राशि हितग्रहियों के खाते में नहीं डल पा रहा है। दो तीन दिनों मेंं फिर आवंटन आने की जानकारी है। इसके बाइ हितग्राहीयों के खाते में राशि पहुंच जाएगी।

यह कार्य सिर्फ अकेले आवास मित्र का नहीं है। इसमे कम्प्यूटर आपरेटर और ब्लॉक समन्यवक की भी भूमिका संदिग्ध है। ऑफिस स्तर पर कागजी कार्रवाई शुरू हो गई है। बहुत जल्द बाकी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अड़भार में दुखहरन पिता रामगरीब का जो मामला है, उसमें बिना कार्य प्रारम्भ किये फर्जी दस्तावेज लगा कर हितग्राही के खाते में 3 किश्त जमा की गई वो गलत है। उसकी जांच करा कर सभी के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
आनंद पाण्डेय, सहायक परियोजना अधिकारी, जिला पंचायत बिलासपुर
दुखहरन पिता रामगरीब वाला जो मामला है, उसमें सिर्फ आवस मित्र की गलती है, क्योंकि वह ही फर्जी जिओ टेकिंग की है।
प्रकाश महिलांगे, ब्लॉक समन्वयक, ब्लॉक पेंड्रा

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