नेपाल के पोखरा शहर में 26से 28 मई तक आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में विश्व के 765 जाने माने ज्योतिष, आचार्य, धर्मगुरु, कुलपति सहित अनेक अनुसन्धानकर्ता शामिल हुए। सभी ने अपने विषय क्षेत्रों में शोध परख ब्याख्यान प्रस्तुत किए। इसी कड़ी में नगर के युवा ज्योतिष व हस्तरेखाविद डॉ. सीडी वैष्णव ने सात मिनट के ब्याख्यान में विज्ञान व पराविज्ञान में भेद एवम क्षमताओं का सूक्ष्म विश्लेषण कर हस्तरेखा शास्त्र को पराविज्ञान की श्रृंखला में पंक्तिबद्ध करते हुए आधुनिक जगत में इसके महत्व को उजागर किया। उन्होंने बताया कि विज्ञान की अतिवादी को पराविज्ञान नियंत्रित करता है। क्योंकि पराविज्ञान आध्यात्मिक चेतना का कारण है। वैसे भी सृष्टि का सर्वोत्कृष्ट ज्ञान अध्यात्म को ही कहा गया है। सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शामिल रहे नेपाल के पोखरा शहर के मेयर पृथ्वी सिंह गुरंग द्वारा डॉ. सीडी वैष्णव को परम्परानुसार नेपाली टोपी पहनाकर शाल, मोमेंटो तथा प्रमाण पत्र देकर हस्तरेखा सागर सम्मान से सम्मानित किया। इस अवसर पर पंचांग निर्णय समिति के अध्यक्ष डॉ. रामपाल गौतम, ज्योतिष महासंघ के अध्यक्ष डॉ.सिहदेव विस्टा तथा एस्ट्रो फेडरेशन के चेयरमेन डॉ. लोकराज पोडल मौजूद थे।