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संचालक फिर नहीं दिखा पाया कागजात, दिया 2 दिन का वक्त

locationमुंगेलीPublished: Jul 20, 2019 11:38:38 am

Submitted by:

Murari Soni

कार्रवाई: तहसीलदार ने सिटी डिजिटल वर्ड कम्प्यूटर सेंटर में मारा छापा

The operator did not show the documents again, given 2 days time

संचालक फिर नहीं दिखा पाया कागजात, दिया 2 दिन का वक्त

लोरमी. नगर संचालित कम्प्यूटर सेंटर संचालक शिक्षा के नाम पर छात्र/छात्राओं से अवैध वसूली कर रहे है, जिसकी शिकायत लगातार हो रही है। एक बार फिर से डिजीटल वर्ड नामक कम्प्यूटर सेंटर पर तहसीलदार अविनाश सिंह ठाकूर ने छापामार कार्यवाही की गई जिस पर कोई दस्तावेज संचालक नही दिखा पाऐ, उन्हे दस्तावेज उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुऐ आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही है।
ज्ञात हो कि नगर में कम्प्यूटर सेंटर की बाढ़ सी आ गई है। कम्प्यूटर शिक्षा के नाम पर छात्र/छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। मोटी रकम ऐंठने एवं छात्रवृत्ति का प्रलोभन देकर महाविद्यालय की विभिन्न कोर्स कराये जा रहे हैं, जिसकी न तो मान्यता है और न ही अधिकार है। फिर भी संचालक छात्र/छात्राओं का भविष्य खराब करने में तुले हुए हंै। बार-बार की शिकायत मिलने के बाद एक बार फिर से नगर में संचालित डिजीटल वर्ड कम्प्यूटर सेंटर पर लोरमी तहसीलदार अविनाश सिंह ठाकुर ने छापामार कार्रवाई की और दस्तावेेज मांगे, लेकिन हर बार की तरह एक बार फिर से संचालक कोई दस्तावेज नहीं उपलब्ध करा पाया। आवश्यक दस्तावेज नहीं मिलने से तहसीलदार ने सील बंद करने की चेतावनी देेते हुए 2 दिन में कागजात उपलब्ध कराने की बात कही है।
बताते चलें कि नगर में संचालित कम्प्यूटर सेंटर के द्वारा विश्वविद्यालयीन कोर्स डीसीए, पीजीडीसीए, एमएसडब्ल्यू, बीएससी, बीएड, डीएड, बीसीए, सहित अन्य कोर्स की बाते कहकर छात्र/छात्राओं को प्रवेश ले रहे हैं। जबकि ये सभी कोर्स चलाने के लिए या तो कॉलेज को होता है या फिर किसी मान्यता प्राप्त कम्प्यूटर सेंटर, लेकिन नगर में संचालित कम्प्यूटर सेंटर के द्वारा कमाई का जरिया बनाकर सारी हदे पार कर रहे हैं। नगर में संचालित फर्जी कम्प्यूटर सेंटर की जांच करने इससे पहले भी एसडीएम लोरमी छापामार कार्रवाई की और दस्तावेज मांगे थे, लेकिन संचालक दस्तावेज नहीं दिखा पाया था। इस पर एसडीएम चित्रकांत चार्ली ने दो दिवस का समय संचालक को दस्तावेज उपलब्ध कराने के लिए दिऐ थे, लगभग 15 दिन से ज्यादा समय बीत गया, पर संचालक अभी तक दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाए। ऐसे मे एसडीएम के द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं करना मामले में सवाल खड़ा कर रहा है। इधर लोरमी तहसीलदार के द्वारा छापामार कार्रवाई में एक बार फिर से आस जगी है कि अबकी बार कार्रवाई होगी।
कम्प्यूटर शिक्षा के नाम फर्जी डिग्री बांट रहे कम्प्यूटर संचालक
आधुनिकता के इस जमाने में कम्प्यूटर शिक्षा इतना जरूरी हो गया है जितना कि एक व्यक्ति को किसी काम करने के लिए मेहनत की जरूरत होती है। डिजिटल भारत में अब कम्प्यूटर शिक्षा बेहद ही जरूरी हो गया है। इसी का फायदा कम्प्यूटर सेंटर उठा रहे हैं और छात्र/छात्राओं को प्रलोभन देकर उन्हें भ्रमित कर रहे है। जानकारी यह भी मिली है कि नगर मेंं संचालित कम्प्यूटर सेंटर के द्वारा जरूरतमंदों को किसी भी प्राइवेट यूनिवर्सिटी से डिग्री बांट दिया जाता है जिसकी न तो मान्यता होती है और न ही काम आता है, वहीं संचालक लंबी चौड़ी रकम ऐंठ लिया जाता है।
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