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बिना मान्यता के चल रहा कम्प्यूटर सेंटर, यूनिवर्सिटी की होती है पढ़ाई

locationमुंगेलीPublished: Jun 07, 2019 11:18:59 am

Submitted by:

Murari Soni

भविष्य के साथ खिलवाड़: प्रशिक्षित शिक्षक नहीं, कम्प्यूटर शिक्षा के नाम पर चल रहा व्यापार

Unrecognized computer center, university is taught

बिना मान्यता के चल रहा कम्प्यूटर सेंटर, यूनिवर्सिटी की होती है पढ़ाई

लोरमी. नगर में कम्प्यूटर शिक्षा के नाम पर छात्र/छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है। बिना मान्यता के कम्प्यूटर सेंटर संचालित किया जा रहा है, सेंटर की न ही मान्यता ली गई है और न ही प्रशिक्षित शिक्षक हंै। यही नहीं सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है। नगर के वार्ड क्रमांक 8 में मानस मंच के पास डिजीटल वर्ड के नाम से कम्प्यूटर सेंटर संचालित हो रहा है, सेंटर में न ही प्रशिक्षित शिक्षक हंै और न ही कहीं से मान्यता ली गई है। इस संबध में बिलासपुर यूनिवर्सिटी के कुलपति जीडीशर्मा का कहना है कि हमारी यूनिवर्सिटी से कहीं भी कम्प्यूटर सेंटर को मान्यता नहीं दी गई है, यदि ऐसा है तो जांच कर एफआईआर दर्ज करायी जायेगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार डिजीटल वर्ड नामक कम्प्यूटर सेंटर में कोर्स चलाने के लिए बकायदा बोर्ड लगाया गया है, जिसमें पीजीडीसीए, डीसीए, एमएस डब्ल्यू, बीएड, डीएड, बीएसी जैसे कोर्स की उपलब्धता बतायी गई है। विगत 5 वर्षो से संचालित इस कम्प्यूटर सेंटर पर न जाने कितने बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। परीक्षा का फार्म तो सेंटर से ही भरवाया जाता है और उन्हें छात्रवृत्ति जैसे प्रलोभन देकर उनको प्रवेश लिया जाता है और बाद में सेंटर की सत्यता की जानकारी दी जाती है। इस तरह छात्र/छात्राओं को गुमराह कर पढ़ाया जा रहा है। जानकारी मिली है कि सेंटर में विद्यार्थी ही शिक्षक बनकर पढ़ाते हैं, क्योकि सेंटर में प्रशिक्षित शिक्षक नहीं है। वहीं संचालक/संचालिका के पास खुद की डिग्री नहीं है। ऐसे में बच्चों को क्या शिक्षा देते होंगे, यह तो वहां पढऩे वाले बच्चों को ही मालूम पड़ता होगा। डिजीटल वर्ड के नाम सें संचालित इस कम्प्यूटर सेंटर के द्वारा खूब प्रचार प्रसार किया जाता है और बच्चों को लंबी चौड़ी छात्रवृत्ति का प्रलोभन देकर उन्हे प्रवेश दे दिया जाता है, फिर जब बच्चे का
कोर्स पूरा हो जाता है तो उन्हें नहीं आने की बात कहते हुये सेंटर से भगा दिया जाता है।
पढ़ाई लोरमी में और परीक्षा कराई जाती है बिलासपुर में
बताया जाता है कि डिजीटल वर्ड नामक कम्प्यूटर सेंटर में बिलासपुर यूनिवर्सिटी का कोर्स पीजीडीसीए सहित अन्य कोर्स के पढ़ाई करायी जाती है और परीक्षा बिलासपुर में देने के लिए भेज दिया जाता है, जबकि कुलपति जीडी शर्मा का कहना है कि हमारे द्वारा कोई भी कम्प्यूटर सेंटर को कोर्स चलाने के लिए मान्यता नहीं दी जाती है।
तो बांटी जा रही है फर्जी डिग्री
छात्र/छात्राओ ने बताया कि डिजीटल वर्ड के नाम से संचालित कम्यूटर सेंटर में पति-पत्नी के द्वारा छात्र/छात्राओं को गुमराह कर फर्जी डिग्री बांटा जाता है। यहां पर पैसे से भी डिग्री खरीदने की भी बात सामने आयी है। जानकारी मिली है कि संचालक के द्वारा कोर्स में पास कराने के लिए एवज में राशि की मांग की जाती है। अलग-अलग कार्यों के लिए अलग-अलग समय राशि की मांग की जाती है और मजबूरन विद्यार्थी राशि देते हैं। वहीं संचालिका के द्वारा विद्यार्थियों से दुव्र्यव्हार किया जाता है।
अलग-अलग यूनिवर्सिटी का कोर्स बताकर करते हैं भ्रमित
डिजीटल वर्ड के नाम से संचालित कम्प्यूटर सेंटर में छात्र/छात्राओं ने बताया कि वहां की संचालिका के द्वारा बच्चों को झूठे वादे कर कोर्स कराया जाता है। उन्हे बिलासपुर यूनिवर्सिटी, डॉ. सीवी रमन यूनिवर्सिटी सहित विभिन्न कॉलेजो की मान्यता बताकर उन्हें अपने यहां प्रवेश करा लिया जाता है। वहीं छात्रवृत्ति की लालच देकर उन्हे मात्र 25 प्रतिशत पूरी पढ़ाई का शुल्क बताया जाता है। जब विद्यार्थियों को पढ़ते-पढ़ते दो से तीन माह हो जाता है तो उन्हें फीस लाने का दबाव डाला जाता और कहा जाता है कि आपका छात्रवृत्ति का पैसा कोर्स होने की बाद आएगा। पीजीडीसीए का एक वर्षीय डिप्लोमा में 20 हजार रुपए ऐंठ लिया जाता है। वहीं अन्य कोर्स में भी भारी भरकम फीस वसूली जाती है।
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