कमचारी संघ की महारैली २१ को -मुंगेलीञ्चपत्रिका. छत्तीसगढ़ संयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ के अनियमित अधिकारी-कर्मचारियों के साथ इस बार उनका पूरा परिवार मांगों को लेकर 21 सितम्बर को रायपुर में महारैली में शामिल होंगे।
महारैली नियमितीकरण सहित 4 सूत्रीय मांगों व साथियों की बहाली वेतन विलंबता के लिए शासन प्रशासन को जगाएगी। 23 दिवसीय हड़ताल के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा उक्त मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। साथ ही साथ ही पूर्व सांसद एवं महापौर राजनांदगांव मधुसूदन यादव द्वारा विशेष चर्चा कराई गई। प्रदेश के मंत्री, सांसद, विधायक एवं जनप्रतिनिधियों ने भी समर्थन एवं सहयोग करते हुए मुख्यमंत्री सहित शासन प्रशासन को पत्राचार करते हुए 4 सूत्रीय मांगों पर अति शीघ्र निर्णय का लेख किया गया है। फिर भी आज एक माह होने जा रहा है साथ ही सामान्य प्रशासन द्वारा हड़ताल अवधि को शून्य घोषित करने के लिए 29 अगस्त को उप सचिव द्वारा पत्राचार भी किया गया है, लेकिन आज भी राज्य के कई जिलों में उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। इस कारण हड़ताल के दौरान सेवा से पृथक एवं वेतन का भुगतान लंबित है। साथ ही 4 सूत्रीय मांगों पर निर्णय नहीं आने के कारण सभी में शासन के प्रति नाराजगी व रोष व्याप्त है। इस दौरान जिला अध्यक्ष श्रीकांत लास्कर, उपाध्यक्ष आकांक्षा शर्मा, ताकेश्वर साहू, कोषाध्यक्ष वर्षा नाग, मनीष तंबोली, सहकोषाध्यक्ष नीलम मानिकपुरी, महासचिव धीरज रात्रे, महिला सचिव पिंकी राजपूत, सह सचिव विक्रम चौधरी, उत्कर्ष तिवारी, राकेश दुबे, अनिल यादव, पूनम शर्मा, सोमेश जास्वाल, मनीष गुप्ता व शिखा बर्मन आदि मौजूद रहे।
महारैली नियमितीकरण सहित 4 सूत्रीय मांगों व साथियों की बहाली वेतन विलंबता के लिए शासन प्रशासन को जगाएगी। 23 दिवसीय हड़ताल के दौरान मुख्यमंत्री द्वारा उक्त मांगों पर सकारात्मक कार्रवाई का आश्वासन दिया गया। साथ ही साथ ही पूर्व सांसद एवं महापौर राजनांदगांव मधुसूदन यादव द्वारा विशेष चर्चा कराई गई। प्रदेश के मंत्री, सांसद, विधायक एवं जनप्रतिनिधियों ने भी समर्थन एवं सहयोग करते हुए मुख्यमंत्री सहित शासन प्रशासन को पत्राचार करते हुए 4 सूत्रीय मांगों पर अति शीघ्र निर्णय का लेख किया गया है। फिर भी आज एक माह होने जा रहा है साथ ही सामान्य प्रशासन द्वारा हड़ताल अवधि को शून्य घोषित करने के लिए 29 अगस्त को उप सचिव द्वारा पत्राचार भी किया गया है, लेकिन आज भी राज्य के कई जिलों में उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। इस कारण हड़ताल के दौरान सेवा से पृथक एवं वेतन का भुगतान लंबित है। साथ ही 4 सूत्रीय मांगों पर निर्णय नहीं आने के कारण सभी में शासन के प्रति नाराजगी व रोष व्याप्त है। इस दौरान जिला अध्यक्ष श्रीकांत लास्कर, उपाध्यक्ष आकांक्षा शर्मा, ताकेश्वर साहू, कोषाध्यक्ष वर्षा नाग, मनीष तंबोली, सहकोषाध्यक्ष नीलम मानिकपुरी, महासचिव धीरज रात्रे, महिला सचिव पिंकी राजपूत, सह सचिव विक्रम चौधरी, उत्कर्ष तिवारी, राकेश दुबे, अनिल यादव, पूनम शर्मा, सोमेश जास्वाल, मनीष गुप्ता व शिखा बर्मन आदि मौजूद रहे।
प्रकाश साहू ममता ठाकुर अजय छतरी गोविंद साहू शैलेंद्र सिंह बिसेन अंजू बाला शुक्ला अमिताभ तिवारी डी सी डाहिरे ऋषि उईके देवी प्रसाद साहू अमित दीक्षित अजय बिसेन हर्षवर्धन अशोक यादव ब्लॉक अध्यक्ष लोरमी लक्ष्मी चौधरी नितिन चंद्राकर नीतू दिवाकर मनीष डडसेना दीपक पटेल अवि साहू नीशु मसीह गेंदलाल कश्यप टीआर साहू सी पी कश्यप अनुरंजन तिर्की संजीव राठौर दिलीप जायसवाल प्रदुमन साहू अयोध्या साहू ब्लॉक अध्यक्ष पथरिया प्रिया यादव सूर्यकांत उपाध्याय अंजलि यादव हीरा सिंह विशेन शरद साहू दिनेश कुमार बघेल रश्मि कुर्रे राजेश्वर मनहर प्रवीण चतुवेर्दी सोमेश साहू मुकेश कौशिक चंद्रकांत कश्यप सागर खांडे अंकित शर्मा आशीष राजपूत सुनील जायसवाल भानु पात्रे रोमी गुप्ता परमानंद परमानंद एवं मुंगेली जिले के समस्त विभाग के अनियमित अधिकारी व कर्मचारी साथी गण शामिल रहेंगे।