ऐसे काम करेगा प्रोजेक्ट इनसाइट प्रोजेक्ट इनसाइट के जरिए लोगों के सोशल नेटवर्किंग प्रोफाइल पर नजर रखी जाएगी और सोशल मीडिया पर अपलोड किए जाने वाली तस्वीरों और वीडियो के जरिये खर्च के तरीकों का पता लगाया जाएगा। अगर किसी व्यक्ति द्वारा घोषित आय के मुकाबले खरीद और यात्रा खर्च में विसंगति पाई जाएगी तो आयकर अधिकारियों को इस विसंगति की जानकारी दी जाएगी। अतंर पता लगने पर आयकर विभाग उस व्यक्ति पर कार्रवाई करेगा।
आपकी हर गतिविधि पर रहेगी नजर विभाग आपकी हर गतिविधि पर नजर रखेगा। मसलन आप विदेश यात्रा कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर तस्वीरें व पोस्ट कर रहे हैं या महंगी कार खरीद रहे हैं, जो रिटर्न दाखिल करने में दर्ज आय के अपने साधनों से परे की हैं, तो आयकर विभाग उसका विश्लेषण करने के लिए बिग डाटा का इस्तेमाल कर सकता है और आपकी आय और खर्च की विसंगति की जांच कर सकता है।
इन देशों में होता है इस्तेमाल आपको बता दें कि भारत के अलावा इस तरह की प्रणाली बेल्जियम, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों भी प्रसारित है। अब भारत भी इस प्रणाली का हिस्सा बनकर टैक्स चोरी पर लगाम लगा सकेगा। ब्रिटेन में 2010 में प्रौद्योगिकी की शुरुआत होने के बाद से इस प्रणाली से करीब 4.1 अरब पाउंड के राजस्व के नुकसान पर लगाम लगाई गई है।