1. यदि आप पहली बार कोर्इ कार इंश्योरेंस खरीद रहें हैं तो अापके लिए सबसे बड़ी परेशानी ये होगी की आप इसमें बहुत सारे एेसे शब्द होंगे जो आपके लिए पहली बार होंगे। एेसे में आपको इनके मायने समझना सबसे जरूरी है। इसमें सबसे पहला शब्द जो आपके सामने आता है वो है फर्स्ट पार्टी, सेकेंड पार्टी आैर थर्ड पार्टी। फर्स्ट पार्टी वो कार का मालिक होता है, सेंकेड पार्टी आपको इंश्योरेंस करने वाली कंपनी सेकेंड पार्टी होती है। वहीं इसमें यदि किसी तीसरे व्यक्ति या संस्था प्रभावित होती है तो उसे थर्ड पार्टी कहते हैं।
नो क्लेम बोनस क्या होता है?
यदि एक्टिव पाॅलिसी र्इयर में आप या थर्ड पार्टी में से कोर्इ पाॅलिसी क्लेम नहीं करता है तो इसके बाद आप अगले प्रिमियम भरते समय आपको कुछ विशेष छूट मिलता है। ये फायदा अापको तब भी मिलता है जब आप अपनी पुरानी कार को बेचकर नर्इ कार खरीदते हैं।
डेप्रिसिएशन
जैसे-जैस आपकी कार पुरानी होती जाती है उसकी माॅनेटरी वैल्यू में कमी होती रहती है। इसे ही डेप्रिसिएशन कहते हैं।
2. सबसे पहले अपने पाॅलिसी को समझे
कार इंश्योरेंस दो तरह के होते हैं। थर्ड पार्टी कार इंश्योरेंस आैर कंप्रिहेंसिव कार इंश्योरेंस। थर्ड पार्टी कार इंश्याेरेंस मोटर व्हीकल अधिनियम 1988 के तहत आवश्यक है। इसे थर्ड पार्टी को होने वाले नुकसान को कवर किया जाता है। जबकि कंप्रिहेंसि कार इंश्योरेंसक में अन्य चीजों काे भी कवर किया जाता है, चोरी, आग लगना, या किसी प्राकृतिक या मानवीय आपदा को कवर होता है। आप अपने हिसाब से इसे चुन सकते हैं।
3. सही विकल्पों का चुनाव करें
अपने कार के इंश्योरेंस लेते समय आपको इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी होता है कि आप सही विकल्पों का चुनाव करें। जैसे रोडसाइड असिस्टेंस, जिसमें यदि आपके गाड़ी को किसी अथाॅरिटी द्वारा उठा लिया जाता है, छोटे-मोटे रिपेयर, फ्यूल आैर बैटरी से संबंधित खर्चें जुड़े होते हैंं । इंजन पा्रेटेक्शन के लिए आपको पास एक विकल्प होता है। इसमें आपके कार इंजन को ठीक करने आैर उसे बदलने जैसे क्लेम उपलब्ध होते हैंं। इनके अलावा भी आपके पास कर्इ अन्य तरह के विकल्प मौजूद होते हैं। आपके लिए बेहतर होगा कि आप सबसे सही विकल्प को चुनें ।
4. कर्इ कंपनियों के इंश्याेरेंस की तुलना करने के बाद ही चुनें
किसी भी कार इंश्योरेंस को खरीदने से पहले यदि आप कर्इ कंपनियों के इंश्याेरेंस विकल्प को चुनते हैं तो इससे आपको बड़ा फायदा होगा। अाप इन्हें आॅनलाइन भी कंपेयर कर सकते हैं।
5. अपने इंश्योरेंस रिन्यवल को ट्रैक करें
जब एक बार आपने कार इंश्योरेंस आैर एेड-आॅन्स खरीद लिया फिर उसके बाद अापकी जिम्मेदारी वहीं नहीं खत्म हो जाती है। आपको अपने इंश्योरेंस के रिन्यूवल का भी ध्यान रखना होगा। ये इसलिए जरूरी है क्योंकि यदि आप सही समय पर रिन्यूवल कराते हैं तो आपको इसपर डिस्काउंट भी मिल सकता है। यदि अाप आॅनलाइन कार इंश्योरेंस खरीदते हैं तो आपको इसे ट्रैक करना बेहद आसान होगा।