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म्यूचुअल फंड कंपनियां अपने ऑफर्स को बना रही है और बेहतर

वर्तमान में पैसिव फंडों में निवेश तेजी से बढ़ रहा है।

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वर्तमान में पैसिव फंडों में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। इन फंडों के तहत पिछले तीन वर्षों में निवेशकों का निवेश 182 फीसदी बढ़कर लगभग 10 लाख करोड़ रुपए हो गया है। म्यूचुअल फंड कंपनियां अब अपने ऑफर्स को और भी बेहतर बना रही हैं और पैसिव निवेश के क्षेत्र में अनूठे फंड लॉन्च कर रही हैं। इस सिलसिले में निप्पॉन इंडिया म्यूचुअल फंड ने निप्पॉन इंडिया निफ्टी 500 इक्वल वेट इंडेक्स फंड की घोषणा की है। यह नया फंड ऑफर 21 अगस्त को खुलेगा और 4 सितंबर 2024 को बंद होगा। यह निफ्टी 500 यूनिवर्स को कवर करने वाला पहला इक्वल वेट इंडेक्स है।

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इक्वल वेट इंडेक्स की स्टॉक बाजार में अनूठी अप्रोच

इक्वल वेट इंडेक्स स्टॉक बाजार सूचकांक में एक अनूठा अप्रोच दिखाते हैं, जहां सूचकांक में प्रत्येक घटक को कंपनी के बाजार पूंजीकरण की परवाह किए बिना इक्वल वेट दिया जाता है। वैश्विक स्तर पर इक्वल वेट फंडों में निवेश के प्रति काफी रुचि रही है। इन्वेस्को एसएंडपी 500 इक्वल वेट ईटीएफ की संपत्ति 58,400 मिलियन डॉलर है। गोल्डमैन सैक्स इक्वल वेट यूएस लार्ज कैप इक्विटी ईटीएफ की एयूएम 735 मिलियन डॉलर है। निप्पॉन इंडिया निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक फंड, निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक टीआरआई को दर्शाता है। निफ्टी 500 सूचकांक के सभी घटक हमेशा निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक का हिस्सा होंगे और सूचकांक में प्रत्येक घटक को इक्वल वेट दिया जाएगा। यह निवेशकों को स्वचालित मुनाफा बुकिंग का एक अनूठा लाभ प्रदान करता है, जहां बेहतर प्रदर्शन करने वाले स्टॉक्स का मुनाफा तिमाही आधार पर बुक किया जाता है और तिमाही पुनर्संतुलन के माध्यम से पोर्टफोलियो के घटकों में पुनः वितरित किया जाता है।

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फंड में निवेश करने से समान अवसर का लाभ

इस फंड में निवेश करने से समान अवसर का लाभ मिलता है, क्योंकि सूचकांक में सभी घटकों का इक्वल वेट होता है, जो प्रत्येक घटक को सूचकांक में अपना प्रदर्शन दिखाने या करने का मौका देता है। निवेशकों को विविधीकरण के लाभ भी मिलते हैं, क्योंकि घटकों के इक्वल वेट के कारण सूचकांक में ज्यादा विविधीकरण होता है और सांद्रता जोखिम कम होता है। निवेशकों को व्यापक एक्सपोजर भी मिलता है, क्योंकि निफ्टी 500 में 3 प्रमुख अलग से समूह होते हैं: निफ्टी 100 (लार्ज कैप), निफ्टी मिडकैप 150 (मिड कैप) और निफ्टी स्मॉल कैप 250 (स्मॉल कैप) जिससे बाजार के विभिन्न क्षेत्रों और कई सेक्टर्स में एक्सपोजर मिलता है। सूचकांक में तीन कैप्स का अनुपात 20:30:50 है।

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फंड्स का रिटर्न लोकप्रियता को करता है प्रभावित

झावेरी सिक्योरिटीज के जीत झावेरी बताते हैं कि इन प्रकार के फंड्स द्वारा उत्पन्न रिटर्न उनकी बढ़ती लोकप्रियता को काफी हद तक प्रभावित कर रहा है। इक्वल वेट वाला सूचकांक लगभग हमेशा बड़े सूचकांक से बेहतर प्रदर्शन करता है। निफ्टी 500 इक्वल वेट सूचकांक ने पिछले एक वर्ष में 56.6 प्रतिशत का वार्षिक रिर्टन दिया है, जबकि निफ्टी 500 सूचकांक का रिटर्न 39.2 प्रतिशत रहा है। पिछले तीन वर्षों में, संबंधित, सूचकांकों का वार्षिक रिर्टन क्रमशः 25.9 प्रतिशत और 21 प्रतिशत रहा है, जो दर्शाता है कि इक्वल वेट सूचकांक ने निफ्टी 500 सूचकांक से कहीं बेहतर प्रदर्शन किया है।