हर उपभोक्ता को मिलेगा फायदा जेस्टमनी के सह-संस्थापक और सीईओ लिजी चैपमैन ने जेस्टमनी की सफलता तथा उपभोक्ताओं द्वारा बड़े पैमाने पर इसे अपनाए जाने के बारे में बात करते हुए कहा, “जेस्टमनी में, हम यह मानते हैं कि हर व्यक्ति की साख सम्मान के योग्य है और हम चाहते हैं कि सभी लोग अपने जीवन को बेहतर और खुशहाल बनाने हेतु हर सीमा के ऋण तक पहुंच प्राप्त करे। जेस्टमनी के उपयोगकर्ता इस ॠण का उपयोग स्मार्टफोन, रसोई उपकरण, हेडफोन, टेलीविजन और शैक्षणिक खर्च के भुगतान के लिए करते हैं। इसे सुनिश्चित करने के लिए हमने हाल ही में भारत में लोकप्रिय श्याओमी और फ्लिपकार्ट जैसे खुदरा ब्रांडों के साथ साझेदारी की है ताकि लोग अपनी आकांक्षाओं को पूरा कर सकें। आज की तारीख में हम प्रति दिन ढाई करोड़ रुपये का ऋण बांटते हैं।”
कैसे काम करता है यह प्लेटफॉर्म जेस्टमनी दो सौ से अधिक खुदरा भागीदारों के साथ काम करता है और क्रेडिट कार्ड के बिना ईएमआई को सक्षम बनाते हुए भुगतान के समय वित्तीय विकल्पों को उपलब्ध कराता है। जेस्टमनी अपने ग्राहकों को उनकी जरूरतों को तत्काल पूरा करने और लागत को 36 महीने में बाँटने का अधिकार प्रदान करता है। जेस्टमनी एक तकनीकी कंपनी है और ऋण पूरी तरह विनियमित उधार संस्थानों द्वारा जारी किए जाते हैं।
क्या है जेस्टमनी डिजिटल फाइनेंस एंड टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में प्रसिद्ध पेशेवर प्रिया शर्मा, लिजी चैपमैन और आशीष अनंतरामण द्वारा 2015 में स्थापित इस कंपनी को वैश्विक डिजिटल वित्तीय सेवा निवेशकों जैसे पेयू, रिबिट कैपिटल, ओमिडियार नेटवर्क जैसे अन्य प्रमुख संस्थानों द्वारा संरक्षण प्राप्त है। जेस्टमनी भारत में सबसे तेजी से बढ़ती उपभोक्ता ॠण फिन-टेक कंपनियों में से एक है। जेस्टमनी की स्थापना एक डिजिटल ऋण मंच के रूप में इस उद्देश्य से की गई थी कि पारंपरिक वित्तीय सेवाओं कंपनियों द्वारा अनदेखा की जाने वाली भारतीयों की बड़ी संख्या को एक बेहतर जीवन-शैली प्रदान किया जाए और उनकी आकांक्षाओं को पूरा किया जाए। जेस्टमनी को एआई-आधारित मशीन लर्निंग डिसीजन इंजन के साथ एक पूरी तरह से डिजिटली स्वचालित बैक-एंड बनाया गया है, जो निर्धारित करने योग्य डिजिटल उत्पाद, तत्काल स्वीकृति और एक निर्बाध उपयोग का अनुभव प्रदान करता है। जेस्टमनी को इंडिया फिनटेक फोरम द्वारा वर्ष 2017 के फिनटेक स्टार्टअप पुरस्कार से सम्मानित किया गया था और लिजी चैपमैन को वर्ष के अग्रणी फिनटेक के रूप में नामित किया गया था।