सरकारी स्वर्ण बांड योजना (एसजीबी) के लिए बीएसई का ऑनलाइन बोली प्लेटफार्म कारोबारी सदस्यों के लिए 18 जुलाई से खुलेगा और 22 जुलाई तक रहेगा।
मुंबई। सरकारी स्वर्ण बांड की चौथी किस्त के लिए निर्गम मूल्य 3,119 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया है। निर्गम 18 जुलाई को खुलेगा। रिजर्व बैंक ने कहा है कि 2016-17 की इस पहली-श्रंखला के सरकारी स्वर्ण बांड का निर्गम 18-22 जुलाई तक खुलेगा। केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि स्वर्ण बांड का मूल्य भारतीय सर्राफा एवं आभूषण संघ लिमिटेड के 11 से 15 जुलाई 2016 के दौरान 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के सामान्य औसत आधार पर तय किया गया है।
सरकारी स्वर्ण बांड योजना (एसजीबी) के लिए बीएसई का ऑनलाइन बोली प्लेटफार्म कारोबारी सदस्यों के लिए 18 जुलाई से खुलेगा और 22 जुलाई तक रहेगा। इसके जरिये कारोबारी अपने ग्राहकों के लिये बांड खरीद सकेंगे। अब तक 3 किस्तों में करीब 1,322 करोड़ रुपये मूल्य के स्वर्ण बांड जारी किए जा चुके हैं।
सरकारी स्वर्ण बांड एक सरकारी प्रतिभूति है। यह भौतिक रूप से सोना रखे बिना स्वर्ण में निवेश का विकल्प देता है। सरकार ने 30 अक्टूबर 2015 को इसकी घोषणा की थी। सरकार की तरफ से रिजर्व बैंक बांड जारी करता है और निवेशक निर्धारित कीमत पर इसके लिए आवेदन दे सकते हैं।
योजना के तहत स्वर्ण बॉन्ड 5 ग्राम, 10 ग्राम, 50 ग्राम तथा 100 ग्राम में 5 से 7 साल के लिए लिया जा सकता है। इस पर ब्याज की गणना निवेश के समय धातु के मूल्य के आधार पर की जाएगी।योजना के तहत सालाना 500 ग्राम प्रति व्यक्ति निवेश की सीमा लगायी गयी है। इन बॉन्ड में से 5 साल बाद एक्जिट का विकल्प होगा और बॉन्ड में निवेश के कम से कम सीमा 1 ग्राम है। वहीं ये नियम भी है कि कोई भी 500 ग्राम से ज्यादा सोने में निवेश नहीं कर सकता है।
केन्द्रीय बैंक ने कहा है कि स्वर्ण बॉन्ड का मूल्य भारतीय सर्राफा एवं आभूषण संघ लिमिटेड के 11 से 15 जुलाई 2016 के दौरान 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के सामान्य औसत आधार पर तय किया गया है। गोल्ड बॉन्ड की बिक्री स्टॉक होल्डिंग कापरेरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, प्राधिकृत डाकघरों-पोस्ट ऑफिस और एनएसई, बीएसई जैसे प्राधिकृत शेयर बाजारों स्टॉक एक्सचेंज और बैंकों के जरिए की जायेगी। हाल ही में गोल्ड बॉन्ड्स के लिए एनएसई ने ऑनलाइन बिडिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है और इसके जरिए भी निवेश गोल्ड बॉन्ड खरीद सकते हैं।
सरकार ने इससे पहले पिछले साल नवंबर में सावरेन स्वर्ण बांड योजना के तहत 915.95 किलो सोने के बॉन्ड बेचे जिनका मूल्य 246 करोड़ रुपये रहा। बॉन्ड से मिलने वाली राशि सरकार की बाजार उधारी कार्यक्रम का हिस्सा होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 5 नवंबर 2015 को इस योजना की शुरआत की थी. योजना का मकसद निवेशकों को भौतिक रूप में सोने की खरीदारी से दूर रखना है।