यह भी पढ़ें- Bikru Kand: गैंगस्टर विकास दुबे को घर में शरण देने वाले आरोपी की जमानत खारिज, पुलिस ने किया एक और बड़ा खुलासा दरअसल, थाना नई मंडी कोतवाली क्षेत्र के अलमासपुर से बाइक सवार बदमाशों ने 10 अगस्त को एक सात साल के बच्चे वंश का अपहरण कर लिया था। इसकी जानकारी परिजनों ने तत्काल थाना नई मंडी पुलिस को दी। उसके बाद से ही पुलिस बदमाशों की तलाश में जुटी थी। तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय मामले को खुद ही हैंडल कर रहे थे। बच्चे वंश को सकुशल बरामद करना पुलिस की प्राथमिकता थी। जिसके चलते लगातार सर्विलांस और एसओजी टीम कैमरों को खंगाल रही थी और बारीकी से हर पहलू को भेद रही थी। शुक्रवार को पुलिस को उस वक्त बड़ी सफलता मिली, जब देर रात मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने बदमाशों के साथ सीधा लोहा लेते हुए मुठभेड़ के दौरान जहां एक तरफ अपरहण हुए बच्चे को शकुशल बरामद कर लिया है तो वहीं बच्चे का अपहरण करने वाले आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया।
जैसे पुलिस को बदमाशों के ठिकाने का पता चला तो पुलिस ने उन्हें घेर लिया। पुलिस को देखते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस टीम ने भी जवाबी मोर्चा संभालते हुए तीनों बदमाशों को गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया और बदमाशों के चंगुल से बच्चे को भी सकुशल बरामद कर लिया। हालांकि इस एनकाउंटर में बदमाशों की गोली लगने से दो पुलिसकर्मी जरूर घायल हो गए। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने बताया बदमाशों का आपराधिक रिकार्ड खंगालने के साथ ही इस घटना में और कौन शामिल है, इसका भी पता लगाया जा रहा है। पुलिस के इस गुड वर्क के लिए उन्होंने नई मंडी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अनिल कपरांन की पीठ थपथपाई है और नई मंडी पुलिस टीम को रिवार्ड देने की बात कही है। वहीं बरामद बच्चे वंश के परिजनों ने भी पुलिस का धन्यवाद किया है।