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मामला थाना चरथावल क्षेत्र का है। जहां क्षेत्र के गांव कुल्हाड़ी निवासी एक महिला मोटी मेरठ से डॉक्टर के यहां से अपना इलाज करा कर वापस आ रही थी। तभी बाइक सवार बदमाशों ने उस पर फायरिंग कर दी। पीड़ित महिला मोटी ने किसी तरह छुप कर अपनी जान बचाई और थाना पुलिस को घटना की जानकारी दी। सूचना मिलने पर पुलिस एक्टिव हो गई। बताया गया है कि उसी दौरान वहां से गुजर रही मुजफ्फरनगर की क्राइम ब्रांच टीम वायरलेस की सूचना पर हरकत में आई। उन्होंने बदमाशों की घेराबंदी शुरू कर दी। पुलिस से छुपते छुपाते बदमाश दिल्ली पुलिस चौकी से गांव पिनना की तरफ भागने लगे। पुलिस की घेराबंदी देख बदमाशों ने फायरिंग करनी शुरू कर दी। जिसमें बदमाशों की गोली से क्राइम ब्रांच का एक सिपाही हरवेंद्र घायल हो गया। वहीं पुलिस ने जबाबी फायरिंग शुरू कर दी। जिसमे 50 हज़ारी बदमाश रिहान को लग गई। जिससे वह जमीन पर गिर गया, जबकि उसके साथी अंधेरे का फायदा उठाते हुए जंगल के रास्ते फरार हो गए। घायल पुलिसकर्मी और बदमाश रिहान को जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया। यहां डॉक्टर ने रिहान को मृत घोषित कर दिया। एसएसपी अनंत देव तिवारी ने बताया कि इनामी बदमाश रिहान की मौत की खबर सुनकर पीड़ित महिला मोटी भी घटनास्थल पर पहुंच गई। महिला की माने तो रिहान ने अपने अन्य साथियों के साथ गत 10 जनवरी को उसकी 9 वर्षीय बेटी व उस पर जानलेवा हमला किया था। जिसमें वह बाल-बाल बच गई थी। महिला ने बताया कि वह मेरठ से दवा लेने के बाद हैबतपुर के पास पहुंची। उसी दौरान बदमाशों ने उनपर हमला कर दिया। जिसमें उसको गोली नहीं लगी और घटना की जानकारी उसने पहले 100 नंबर दी। चरथावल पुलिस को घटना की जानकारी दी और उसके बाद घेराबंदी में 50 हज़ार के इनामी बदमाश रिहान को मार गिराया गया। घटना के बाद पुलिस ने फरार बदमाश की तलाश में घंटों कॉबिंग की। मगर कोई सफलता हाथ नहीं लग सकी।
आॅपरेशन आॅल आउट में ढेर हुए बदमाश यूपी में 20 मार्च 2017 को योगी आदित्यानाथ ने कमान संभाली। कमान संभालते ही योगी आदित्यानाथ ने यूपी से बदमाशों को क्राइम छोड़ने या फिर यूपी छोड़ने की हिदायत दी थी। साथ ही पुलिस को बदमाशों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। सीएम के निर्देश के बाद में पुलिस ने बदमाशों के खिलाफ आॅपरेशन आॅल आउट चलाया हुआ है। रिहान के मारे जाने के बाद में अभी तक यूपी में पुलिस एनकाउंटर में 50 बदमाश ढेर हो चुके है। यूपी में पिछले एक साल में पुलिस और बदमाशों के बीच में 1200 एनकाउंटर हो चुके है। करीब 2000 से ज्यादा बदमाश गिरफ्तार हुए हैं।