यह भी पढ़ें- अब विहिप नेताओं ने देश के इस बड़े इस्लामिक संस्थान को बताया आतंकवादियों का अड्डा, बयान पर मचा बवाल इस दौरान भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वे सभी प्रदेशों के जिला कार्यालय पर और विधानसभा कार्यालय पर ज्ञापन देते हुए एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेंगे, ताकि उन्हें न्याय मिल सके। वहीं मुख्यमंत्री द्वारा हनुमान जी को दलित कहने के सवाल पर कहा कि वह लोग अपनी राजनीति को सीधा करने के लिए कुछ भी कह सकते हैं। वह धार्मिक मुद्दों पर ही लड़ते हैं। देश के जो गंभीर मुद्दे हैं उन पर लोगों का ध्यान भटका सकते हैं। अगर वे कह रहे हैं कि हनुमान जी दलित थे तो देश के दलित समाज को चाहिए कि देश के जितने भी हनुमान मंदिर हैं उन पर कब्जा कर लें। वहां के पुजारी स्वयं बन जाए और वहां पर जो चढ़ावा चंदा आता है उसको अपने पास रखें। क्योंकि जब वह हमारे पूर्वज हैं तो मंदिर भी हमारे हुए। इसलिए अपने मंदिर में पूजा करने और जो चढ़ावा मिलता है उसको भी रखने का अधिकार हमें होना चाहिए।
यह भी पढ़ें- भाजपा सांसद की जुबान फिसली, अपनी ही सरकार के खिलाफ कह दिया ऐसा कि हो गई फजीहत, देखें वीडियो- भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने कहा कि जिस तरह से अयोध्या से मैसेज आ रहे थे कि वहां मुसलमान भाई अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहे थे। ओबीसी दलित समाज अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा था। जब हमें यह जानकारी हुई तो हम वहां गए और वहां के प्रशासन से कहा कि किसी भी सूरत में किसी भी मुस्लिम पर किसी भी दलित पर किसी भी ओबीसी पर कोई भी अत्याचार नहीं होना चाहिए। यहां सुरक्षा का माहौल मुहैया कराएं और इनको सुरक्षित रखें और अगर ऐसा आप नहीं कर पाते तो आपका होना ना होना सब बेकार है।
वहीं मायावती पर बोलते हुए चंद्रशेखर ने कहा कि यह पारिवारिक मामला है। इसमें कुछ भी कहना बेकार है। परिवार के मामले बाहर नहीं ले जाने चाहिएं। बुआ जी हैं, बहन जी हैं पारिवारिक मामला है। देश की सबसे बड़ी बहुजनों की नेता हैं। अगर वे कुछ कहती हैं, अगर वह डांटती भी है तो हमारा काम है उनको सुनने का। आंदोलन अब पूरे देश में चलेगा। आज से आंदोलन की शुरुआत हो गई है और बड़ा आंदोलन हम दिल्ली में करेंगे।