दरअसल, अपने गांव कवाल पहुंचे खतौली विधायक विक्रम सैनी ने कहा कि एटीएस चार महीने से इस मामले की जांच कर रही थी। जांच में पता चला कि विदेशों से कलीम केे पास करोड़ों रुपये आए। अलग-अलग मुस्लिम देशों से लगभग चार करोड़ रुपये भेजे गए। जब मौलाना से पूछा गया कि इतना पैसा कहां खर्च किया तो बता नहीं पाया। जांच में पता चला है कि ये पैसों का लालच देकर धर्मांतरण कराता है। उन्होंने कहा कि मैं भी फुलत में कई बार गया, लेकिन कभी इस मौलाना से मुलाकात नहीं हुई। मुझे तो इसका नाम भी नहीं पता था। मुझे नहीं पता था कि इतना गंदा आदमी मेरी विधानसभा में रहता है। इसके खिलाफ कार्यवाही होगी और देशद्रोह का मुकदमा चलेगा।
यह भी पढ़ें- कार्यक्रम में भाजपाई-कांग्रेसी भिड़े आपस में, सांसद को पिटवाया, गाड़ी तोड़ी धर्म को बदनाम कर रहे कलीम जैसे लोग उन्होंने कहा कि कानून और सरकार सारा काम नहीं करेगी, हिन्दू समाज को भी कार्यवाही करनी चाहिए। नजर रखनी चाहिए की हमारे खिलाफ कौन क्या कर रहा है? सबसे पहले पुलिस को सूचना देनी चाहिए और हो सके तो ऐसे लोगाें के खिलाफ खुद भी एक्शन ले लेना चाहिए। इनका मकसद ही ये है कि गैर मुस्लिम को इस्लाम धर्म कबूल करवाओ और जो इस्लाम धर्म स्वीकार नहीं करते उनका क़त्ल कर दो। एक जैन धर्म के युवक का एक वर्ष पूर्व फुलत में धर्म परिवर्तन कराया गया था फिर उसकी हिन्दू धर्म में वापसी होने पर उसी ने मौलाना कलीम सिद्दीकी के बारे में बताया था। मौलाना कलीम जैसे लोग पूरे धर्म को बदनाम करते हैं। ऐसे लोगों की जगह जेल में है। इन्हें उम्रकैद और फांसी की सजा होनी चाहिए। हिन्दू समाज को ऐसे लोगो को अपने हाथों से सजा देनी चाहिए। धर्म की रक्षा के लिए हिन्दुओं को खड़ा होना पड़ेगा।