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दरअसल, आपको बता दें कि कैराना लोकसभा सीट पर आगामी 28 मई को उपचुनाव का मतदान होना है। मतदान से 8 दिन पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद संजीव बालियान ने कहा कि दिल्ली में बैठे रहने वाले आज दंगों को लेकर जनता को गुमराह कर रहे हैं। सभी जानते हैं कि कवाल गांव में सचिन और गौरव की हत्या के बाद पुलिस ने हत्यारोपियों को पकड़ा। प्रदेश की सपा सरकार के मंत्री आजम खां एवं जिले के एक नेता जो अब उनकी पार्टी में हैं, उनके दबाव में रात को ही डीएम और एसपी का तबादला कर दिया गया और हत्यारोपियों को छुड़ाया गया। इसके विरोध में उन्होंने पांच तारीख को बंद का आह्वान किया। जबकि चार को उन्हें व बुढ़ाना विधायक उमेश मलिक आदि को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। सात को पंचायत से लौटते समय लोगों पर हमला हुआ और जिसका अाक्रोश फैला। सात की पंचायत में सभी राजनीतिक दलों के नेता थे। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस नेता आजम खां की वजह ये दंगा हुआ उन्हें स्टार प्रचारक बनाया गया है। तत्कालीन सरकार में दंगों में फर्जी तरीके से 6879 लोग नामजद किए गए। इसमें एसआईटी ने जांच के बाद 5172 लोगों के नाम जांच को बाहर निकाले। मुजफ्फरनगर से 1479 लोग जेल गए थे। अब सभी लोग जेल से बाहर हैं। केवल एक मोहम्मद पुर राई का सेंसर सिंह जेल में बंद है। यह भी पढ़ें