घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ी भी मौके पर पहुंच गई। जिसके बाद दमकल विभाग की टीम ने आग पर काबू पाया। मगर तब तक एक मजदूर का घर उजड़ चुका था घटना की जानकारी जैसे ही जिला मुख्यालय पर लगी तो जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे, एसएसपी अभिषेक यादव प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए. जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने पूरे मामले की बारीकी से जांच करने आदेश दिए और जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है।
दरअसल थाना ककरौली क्षेत्र के गांव बेहडा सादात निवासी अख्तर अपने परिवार के साथ थाना काकरोली क्षेत्र के गांव जटवाड़ा में जावेद आलम पुत्र मौसम के गन्ने के कोल्लू में इंधन झोंकने का काम करता है। मंगलवार की शाम अचानक कोल्हू के ईंधन में आग लग गई और यह आग देखते ही देखते विकराल रूप धारण करती चली गई। आग की चपेट में अख्तर के दो मासूम बच्चे साहिल 5 वर्ष व साहिबा 3 वर्ष आ गए। जिससे दोनों की आग में झुलसने के कारण मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। प्रत्यक्षदर्शी मजदूरों का आरोप है कि कोल्हू मालिक जावेद पता चलने के बावजूद भी आग से बच्चों को निकालने के बजाय पास में ही खड़े अपने गन्ने के खेत को बचाने में लग गया। तब तक दोनों मासूम भाई बहन दम तोड़ चुके थे।
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक बच्चों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। वहीं घटना के बाद परिवार में कोहराम मचा है। ज़िलाधिकारी सेल्वा जे कुमारी ने बताया कि मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे उनके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।