दरअसल, बसपा के चरथावल विधानसभा क्षेत्र प्रभारी अरशद राणा गुरुवार की देर शाम थाना नगर कोतवाली पहुंचे थे। जहां वह कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्र को तहरीर देते हुए फूट-फूट कर रोने लगे। अरशद राणा का कहना है कि 18 दिसंबर 2018 को बसपा के मुजफ्फरनगर जिला कार्यालय पर विधानसभा सीटों पर प्रभारी नियुक्त होने थे। इससे पूर्व बसपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमसुद्दीन राइन ने कहा कि तुम्हे चरथावल विधानसभा सीट पर प्रत्याशी नियुक्त करेंगे, इसके लिए तुम्हे कुछ रुपये देने होंगे। जिसके लिए वह तैयार हो गया। अरशद राणा का आरोप है कि उक्त तिथि को कार्यालय पर सहारनपुर मंडल के मुख्य काॅर्डिनेटर नरेश गौतम, पूर्व मंत्री प्रेमचंद गौतम, सत्यप्रकाश काॅर्डिनेटर और तत्कालीन जिला अध्यक्ष सतपाल कटारिया की मौजूदगी में बसपा के मंच पर 2022 का विधानसभा चुनाव लड़ाने के लिए उसे प्रत्याशी घोषित कर दिया गया था।
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up election 2022 : रालोद और सपा गठबंधन की पहली सूची जारी, देखिये किसको कहाँ से मिला टिकट दिल्ली और लखनऊ में मायावती से कराई थी मुलाकात अरशद राणा का आरोप है कि प्रत्याशी नियुक्त करने के लिए उससे 4 लाख 50 हजार रुपये, फिर 50 हजार रुपये और फिर 15-15 लाख रुपये तीन किस्तों में लिए गए। इसके बाद भी थोड़े-थोड़े करके 17 लाख रुपये पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमसुद्दीन राइन ने सतपाल कटारिया पूर्व जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर व नरेश गौतम, सहजाद पुत्र महेजर निवासी देवबंद जिला सहारनपुर व जहांगीर पुत्र महेजर निवासी सरवट जनपद मुजफ्फरनगर की मौजूदगी में लिए गए। उसे पूरा विश्वास दिलाया कि तुम्हें ही चरथावल विधानसभा सीट पर प्रत्याशी नियुक्त किया गया है। शमसुद्दीन राईन व बसपा पदाधिकारियों ने यह भी कहा था कि टिकट कटता है तो उस स्थिति में आपका पैसा वापस कर दिया जाएगा। इसके शमसुद्दीन राइन ने बसपा अध्यक्ष मायावती से एक बार लखनऊ व एक बार दिल्ली में मुलाकात भी कराई।
अरशद राणा का आरोप है कि चुनाव की तारीख घोषित होने पर उसने बसपा जिलाध्यक्ष सतीश कुमार से टिकट मांगा तो 50 लाख रुपये की व्यवस्था और करने के लिए कहा गया। उसने इस पर भी हां कर दी थी। उसके बावजूद भी सलमान सईद को प्रत्याशी घोषित कर दिया गया। अरशद का आरोप है कि बसपा नेताओं ने टिकट के नाम पर 67 लाख रुपये हड़प लिए और अब शमसुद्दीन राइन फोन नहीं उठा रहे हैं। उचित आश्वासन न मिलने पर अरशद राणा ने बसपा नेता शमसुद्दीन राइन के खिलाफ नगर कोतवाली में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है। तहरीर देने के बाद बसपा नेता थाने में कोतवाल के सामने ही फूट-फूट कर रोए भी हैं। इंस्पेक्टर आनंद देव मिश्रा ने मामले की जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। अरशद राणा ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वह लखनऊ स्थित बसपा कार्यालय आत्महत्या कर लेगा।