यह भी पढ़ें- डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने किया खुलासा, अमेठी छोड़ केरल क्यों भागे राहुल गांधी दरअसल, पश्चिम उत्तर प्रदेश के मशहूर उद्योगपति मूलचंद सर्राफ के निवास पर एक जनसभा का आयोजन किया गया था, जिसमें चौधरी अजित सिंह के अलावा नगर पालिका अध्यक्ष अंजू अग्रवाल समेत पूर्व पालिका अध्यक्ष पंकज अग्रवाल, पूर्व विधायक सोमांश प्रकाश, समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गौरव स्वरूप समेत बड़ी संख्या में व्यापारी पहुंचे। इस दौरान सभी व्यापारियों ने एकमत से चौधरी अजित सिंह के समर्थन का ऐलान किया। व्यापारियों के समर्थन की घोषणा होते ही चौधरी अजित सिंह बेहद खुश नजर आए। वहीं इसके बाद से यह विषय राजनीतिक गलियारों में चर्चा में है। कयास लगाए जा रहे हैं कि व्यापारियों के इस फैसले से सीधे तौर पर भाजपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री संजीव बालियान को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। अब देखने वाली बात यह होगी कि बालियान व्यापारी वर्ग को अपने पक्ष में करने के लिए क्या रणनीति बनाते हैं।
यह भी पढ़ें- कभी मुलायम की पार्टी में इनकी बोलती थी तूती, आज हैं नरेन्द्र मोदी की फैन, देखें वीडियो यहां बता दें कि राष्ट्रीय लोकदल प्रमुख चौधरी अजित सिंह मुजफ्फरनगर सीट से गठबंधन प्रत्याशी के रूप में किस्मत आजमा रहे हैं। वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल का अच्छा जनाधार माना जाता है, लेकिन इसके बावजूद 2014 के चुनाव में रालोद के खाते में एक भी सीट नहीं आई थी। उसके पीछे मोदी लहर सबसे बड़ा फैक्टर था। हालांकि इसके बाद कैराना लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में रालोद ने खाता खोलते हुए बड़ी जीत हासिल की थी।