वहीं सीएम ने शिक्षा ऋषि के नाम से विख्यात पदम भूषण वीतराग स्वामी कल्याण देव जी महाराज की समाधि स्थल पर पहुंचकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इसके साथ ही उन्होंने तीर्थ नगरी के विकास लिए पर्यटन विभाग की लगभग 20 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया। सीएम योगी अपने तय कार्यक्रम के अनुसार लगभग 11:30 बजे हेलीकॉप्टर से सुकदेव आश्रम स्थित बनाए गए हेलीपैड पर उतरे।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने स्वामी कल्याण देव समाधि मंदिर में दर्शन एवं यज्ञशाला में पूर्णाहूति तथा प्रांगण में स्थित वटवृक्ष परिक्रमा एवं शुकदेव दर्शन किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वामी कल्याण देव जी भागवत भवन में शिलापट्ट का अनावरण किया। श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन सदियों के युगदृष्टा स्वामी कल्याण देव को श्रद्धांजलि अर्पित की।
उन्होंने तीर्थनगरी शुकतीर्थ की महिमा का बखान करते हुए महाराज परीक्षित के मोक्ष के लिए भागवत कथा के आयोजन का प्रसंग याद किया। उन्होंने कहा कि 5 हजार वर्षों पूर्व बिना किसी साधनों के 88 हजार ऋषियों ने भागवत कथा का श्रवण किया था। यह मुजफ्फरनगर के लोगों का सौभाग्य है कि भागवत भूमि के साथ उनका इतिहास और अतीत जुड़ा हुआ है। इस तीर्थ का गौरव बढ़ाने में स्वामी कल्याण देव तथा अन्य संतों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अपने संबोधन में सीएम योगी ने कहा कि शुकतीर्थ का काशी, अयोध्या और मथुरा की तर्ज पर विकास होगा। इसमें सरकार के साथ-साथ आमजन के सहयोग की भी आवश्यकता है। वहीं सीएम ने कांवड़ यात्रा पर बात करते हुए कहा कि इस बार कांवड़ यात्रा कुंभ मेले की तर्ज पर संपन्न कराई जाएगी। शांति और सौहार्द पूर्ण तरीके से कांवड़ियां यात्रा निकालेंगे। आम जनता कांवड़ियों का अतिथि की तरह स्वागत करें। इसके अलावा सीएम ने किसानों की समस्याओं का निवारण करने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने भारत सरकार के जल संचयन, स्वच्छता आदि कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों से जुड़ने की अपील की।
सुकदेव आश्रम के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गंगा घाट पर बनाए गए कारगिल शहीद स्मारक पहुंचे जहां उन्होंने कारगिल के शहीदों को नमन किया। जिसके बाद वह सीधे हनुमंत धाम पहुंचे। जहां उन्होंने मंदिर पहुंचकर हनुमान जी की पूजा अर्चना की। वहीं उन्होंने एक वृक्ष भी लगाया। इसके बाद वे कार द्वारा सीधे हेलीपैड पहुंचे। आपको बता दें कि शुकदेव आश्रम में यूपी के राज्यपाल राम नाईक पहले भी आ चुके है इसके अलावा कई मंत्री मुख्यमंत्री राष्ट्रपति व राज्यपाल पहले यहां आ चुके हैं।