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समाजवादी पार्टी ने पूर्व मंत्री के पुत्र विजय यादव को बनाया जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रत्याशी दरअसल, उत्तर प्रदेश में इस समय जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनावी रस्साकशी चल रही है। जहांं एक तरफ सत्ताधारी भाजपा सभी जिलों में अपने जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है। वहीं मुजफ्फरनगर की बात करें तो पहले से ही जिला पंचायत के मात्र 13 सदस्यों वाली भाजपा 43 सदस्यीय जिला पंचायत बोर्ड में अपना अध्यक्ष होने का दावा ठोक रही है। जबकि भारतीय किसान यूनियन से लेकर सपा, बसपा और रालोद भाजपा को पटखनी देने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
संजीव बालियान के भाई को प्रत्याशी बना सकता है विपक्ष बहरहाल, भाजपा ने वीरपाल निरवाल को अपना जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया है। सूत्रों की मानें तो विपक्ष की ओर से अभी मुजफ्फरनगर से भाजपा सांसद और केंद्रीय राज्य मंत्री संजीव बालियान के चचेरे भाई और वार्ड-18 से निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य बने सत्येंद्र बालियान पर विचार चल रहा है। जिसकी पैरवी भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बालियान खाप के मुखिया चौधरी नरेश टिकैत कर रहे हैं। संभवत एक-दो दिन में विपक्ष अपना प्रत्याशी घोषित कर देगा।
विपक्ष हुआ मजबूत बता दें कि इस बार जिला पंचायत में 17 मुस्लिम जिला पंचायत सदस्य जीत कर आए हैं। इनके अलावा 6 सदस्य भीम आर्मी और 3 सदस्य राष्ट्रीय लोक दल के अलावा 4 सदस्यों का समाजवादी पार्टी दावा कर रही है। ऐसी स्थिति में राष्ट्रीय लोक दल के खेमे में दो जिला पंचायत सदस्य और बढ़ गए, जिसमें वार्ड-37 से कांग्रेस के समर्थन से जिला पंचायत सदस्य बनी जूली जाटव और वार्ड-38 से बसपा के समर्थन में जिला पंचायत सदस्य बने भीष्म गुर्जर शामिल हैं। मुजफ्फरनगर जिला पंचायत सदस्यों के इस कदम से खरीद-फरोख्त की संभावना कम हो गई है। अब देखना होगा कि मुजफ्फरनगर की जिला पंचायत अध्यक्ष की गद्दी पर कौन विराजमान होगा। जिला पंचायत अध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी का होगा या विपक्ष का। यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा, मगर फिलहाल सत्ताधारी पार्टी पर विपक्ष भारी पड़ता नजर आ रहा है।