उत्तर भारत के तमाम हाईवे शिवभक्त कावड़ियों की आस्था की डगर बन रहे हैं। अनेक प्रकार की रंग-बिरंगी कांवड़ लोगों के आर्कषण का केंद्र बनी हुई हैं। उसी तरह कई शिवभक्त भोले ऐसे भी देखे गए हैं, जो अपने सामर्थ्य से ज्यादा हौसले के साथ अपने गंतव्य की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसा ही नजारा मुजफ्फरनगर में उस समय देखने को मिला जब हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला एक दिव्यांग कांवड़िया पवन पहुंचा। दिव्यांग पवन ने बताया कि वह उत्तराखंड के गोमुख से जहां मां गंगा प्रकट हो रही हैं, वहां से जल भरकर सोनीपत अपने गांव की ओर जा रहा है। पवन ने बताया कि एक हादसे में वह बुरी तरह जल गया था और डॉक्टरों को उसकी एक टांग काटनी पड़ी थी।
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अयोध्या से निकली कांवड़ यात्रा में आकर्षक झांकियां, डीजे की धुन पर श्री राम की गूंज टांग कटने के बाद पांच साल से ला रहा कांवड़ पवन कुमार ने बताया कि वह 14 साल से कावंड़ ला रहा है और टांग कटने के बाद 5 साल से लगातार कांवड़ लेकर आ रहा है। उसने बताया कि वह सोनीपत जिले में अपने गांव कुंडली जाएगा। पवन जब मुजफ्फरनगर से गुजरा तो हर कोई उसके जज्बे और अटूट श्रद्धा को देख हैरान रह गया। लोग उसके वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं।
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छोटा हरिद्वार में कांवड़ियों पर हो रही पुष्प वर्षा, एसएसपी भी जुटे शिवभक्तों की सेवा में दिन निकलते ही गंतव्य की ओर हुआ रवाना पवन ने बताया कि उसके गांव से भी फोन आ रहे हैं। उसके करीबियों ने बताया है कि उसके वीडियो वायरल हो रहे हैं। लोग तुम्हारी सराहना कर रहे हैं। शनिवार देर रात पवन कुमार मुजफ्फरनगर पहुंचा और एक हिंदू संगठन के शिविर में रात्रि विश्राम किया। रविवार सुबह दिन निकलते ही वह अपने गंतव्य की ओर हाथ में भारत की शान तिरंगा लेकर चल पड़ा।