दरअसल, जनपद में राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल व सहकारिता एवं बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री विजय कश्यप के लिए स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान भी पहुंचे। इस दौरान खुद ही दोनों राज्यमंत्रियों के स्वागत वाहन को संजीव बालियान चलाने लगे। उनके साथ बुढाना विधायक उमेश मलिक भी मौजूद रहे।
भाजपा कार्यकर्ताओं ने किया स्वागत इस स्वागत वाहन पर फूल मालाओं से लदे उत्तर प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री बनाए गए मुजफ्फरनगर के दोनों विधायक शामिल रहे। मंत्री बनने के बाद पहली बार मुजफ्फरनगर पहुंचने पर कपिल देव अग्रवाल और विजय कश्यप सबसे पहले एनएच-58 पर भंगेला बॉर्डर पर पहुंचे। जहां भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। उत्तर प्रदेश सरकार में नवनियुक्त राज्य मंत्रियों का काफिला खतौली होते हुए मुजफ्फरनगर की ओर बढ़ता गया तो भाजपा कार्यकर्ता उनका स्वागत करते चले गए।
मातम में तब्दील हुआ जश्न मंत्रियों के स्वागत में सजाई गई गाड़ी को खुद संजीव बालियान ड्राइव कर रहे थे और बराबर वाली सीट पर भाजपा विधायक उमेश मलिक मौजूद थे। भाजपा के मंत्रियों का यह काफिला हंसी खुशी के साथ फूल मालाओं से हो रहे स्वागत के चलते मुजफ्फरनगर की ओर बढ़ता रहा। जैसे ही मंत्रियों के स्वागत का यह काफिला एनएच-58 पर मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज बेगराजपुर के निकट पहुंचा तो वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली के निधन की सूचना भाजपा नेताओं को लगी।
जिसके बाद जनपद में शोक की लहर दौड़ गई और जश्न का यह माहौल भी मातम में तब्दील हो गया। जिसके बाद केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने फूल माला उतार कर एक तरफ डाल दी और दुखी मन से मंत्रियों के स्वागत के सभी कार्यक्रमों को निरस्त करने की घोषणा कर दी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली की ओर रवानगी का कार्यक्रम बना लिया। जनपद मुजफ्फरनगर में कई दर्जन स्थानों पर इन दोनों नवनियुक्त मंत्रियों का स्वागत कार्यक्रम रखा गया था। जो अरुण जेटली के निधन के बाद निरस्त कर दिया गया।