बता दें कि मुजफ्फरनगर में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद किसी राजनीतिक दल की ओर से उल्लंघन का पहला मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार, एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष इंतजार अंसारी की तरफ से एक चुनावी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें कई दर्जन लोगों को बुलाया गया था। किसी अज्ञात व्यक्ति की शिकायत पर मौके पर पहुंची पुलिस को मौके पर दर्जनों लोग बिरयानी खाते मिल गए। हालांकि इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ लोग बिरयानी का आनंद लेते नजर आ रहे हैं।
पुलिस ने एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष इंतजार अंसारी के साथ शफीक अंसारी, सावेज खान, इंतजार, मोहम्मद फिरोज, रिजवान, इस्लाम, मोहम्मद आबिद, तालिब अहमद, शकील अहमद, इकराम और शाहरुल त्यागी एडवोकेट को नामजद करते हुए 10 से 12 अन्य अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 171- एच, 188, 269, 270, 51, आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 और 3(1) महामारी संशोधन अध्यादेश 2020 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
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Uttar Pradesh Assembly Elections 2022, स्वामीनाथ और दारा सिंह के झटकों से उबर पाना भाजपा के लिए आसान नहीं कैमरों के आगे बोलने से कतरा रहे अधिकारी पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है। लेकिन, इस मामले में पुलिस के बड़े अधिकारी आदर्श चुनाव आचार संहिता का हवाला देते हुए मीडिया के कैमरों के सामने कुछ भी कहने से साफ इनकार कर रहे हैं। वहीं वायरल हो रहे वीडियो पर लोग एआईएमआईएम पर जमकर तंज कस रहे हैं।