भोपा थानाक्षेत्र की रहने वाली एक नाबालिग बीते 6 सितंबर को अपने गांव से अकेले मामा के यहां जाने के लिए निकली थी। गांव के बस स्टैंड पर खड़ी होकर वह बस का इंतजार कर रही थी। तभी अचानक उसके सामने आकर एक कार रूकी, जिसमें चार लोग सवार थे। उन चारों ने मिलकर लड़की को गाड़ी में बैठाया और चलते बने। पीड़ित लड़की ने बताया जब उसने विरोध करना शुरू किया तो बंदूक की नोक पर उसे अज्ञात स्थान पर ले गए और नींद की गोली खिला दी। इसके बाद उन लड़कों ने एक-एक कर उसके साथ रेप किया। ये सिलसिला 10 दिनों तक चलता रहा, जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ने लगी। इसके बाद उन लड़कों ने उसे फिर से गाड़ी में बिठाया और गांव में फेंक कर चलते बने । लड़की को जब होश आया तो किसी तरह वो अपने घर पहुंची और परिवार वालों को सारी बातें बताई। बाद में लड़की ने यह भी बताया कि वो चार लड़के कोई और नहीं बल्कि उसी के गांव के रहने वाले सलीम, अकरम, असलम और अय्युब थे। लड़की के साथ हुए इस शर्मानाक हरकत के बाद परिजन थाने पहुंचे और उन चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस ने पीड़ित लड़की को मेडिकल के लिए भेज दिया है। फिलहाल, पुलिस उन लड़कों की तलाश में जुटी हुई हैं और अलग-अलग जगहों पर लगातार छानबीन जारी है। लेकिन, सोचिए मनचलों पर रोक लगाने के लिए यूपी सरकार ने जिस एंटी रोमियो स्क्वाड का गठन किया था। उसी के नाक के नीचे बेखौफ होकर ये मनचले खौफनाक वारदात को अंजाम दे रहे हैं।