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गरीब बच्चों की भूख से खिलवाड़ कर रहेे अधिकारी, स्कूल में बांट दिया गया ‘कीड़े’ वाला मिड डे मील

locationमुजफ्फरनगरPublished: Aug 06, 2020 10:28:46 am

Submitted by:

Rahul Chauhan

Highlights
-मामला थाना पुरकाजी क्षेत्र के गांव भोजाहेड़ी का है
-प्रधानध्यापक और राशन डीलर की लापरवाही
-स्कूल में अभिभावकों ने हंगामा किया

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मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूलों के बंद होने के बावजूद बच्चों को घर पर ही मिड डे मील देने के निर्देश दिए हैं। जिसके चलते सभी प्राइमरी और जूनियर हाई स्कूलों में मील का वितरण शुरू हो गया है। मगर जनपद मुज़फ्फरनगर में एक जूनियर हाई स्कूल में सड़ा और कीड़ा वाला मील बांटने का मामला सामने आया है। जिससे नाराज अभिभावकों ने मील लेने से मना कर दिया और स्कूल में हंगामा शुरू कर दिया। अभिभावकों ने स्कूल के प्रधानाध्यापक और ग्राम प्रधान पर लोगों को सड़ा हुआ मील देने का आरोप लगा उच्चाधिकारियों से शिकायत करने की बात कही है।
दरअसल, मामला थाना पुरकाजी क्षेत्र के गांव भोजाहेड़ी का है। जहां उच्च प्राथमिक विद्यालय भोजा हेड़ी में प्रधान अध्यापक और राशन डीलर की लापरवाही के कारण मिड डे मील का सड़ा हुआ और कीड़े युक्त खाद्यान्न बांटने का आरोप है। जिसके चलते स्कूल में अभिभावकों ने हंगामा शुरू कर दिया और मामले की सूचना उच्चाधिकारियों को देने की बात कही। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधानाध्यापक व राशन डीलर की लापरवाही से लोगों के साथ भद्दा मजाक किया जा रहा है और कीड़े युक्त व सड़ा हुआ मील बांटा जा रहा है।
वहीं मामले की सूचना पर ग्राम प्रधान पुत्र इस्तकार पर भी मौके पहुुंच गए और मामले में कडी नाराजगी जताकर अध्यापकों को खरी खोटी सुनाई। अभिभावक उस्मान ने अध्यापकों व राशन डीलर पर बच्चों को घटिया राशन बांटने का आरोप लगाते हुए कहा कि अनाज सड़ा हुआ है और चावलों में कीडे निकल रहे हैं। जो किसी भी हालत में खाने के योग्य नहीं हैं। इसको खाने से भयंकर बीमारी की संभावना है।
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वहीं ग्राम प्रधान पुत्र इस्तेकार ने बताया कि स्कूल में घटिया मिड मिल राशन की सूचना मिली थी। आकर देखा गया तो राशन वास्तव में घटिया है। जिसमें कीडे निकले हैं। वहीं अपनी सफाई में प्रधानाध्यापक जल सिंह ने कहा कि शासन के आदेश से साढे ग्यारह किलो प्रति बच्चे को राशन वितरण किया जाना था। यह राशन दो माह पूर्व से रखा हुआ था। जब ग्रामीणों ने इस राशन का विरोध किया तो दूसरा राशन बंटवाया गया है। वहीं राशन डीलर मेघराज ने कहा कि ये राशन बहुत पहले दिया गया था और जब दिया था तो वह ठीक था। इस पुराने स्टाक को अब बांटा जा रहा है। मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी रामसागर पति त्रिपाठी ने बताया कि अभी तक उनके पास कोई शिकायत नहीं आई है। अगर उनके पास शिकायत आती है तो वे मामले की जांच करा कर दोषी के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करेंगे।

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