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कैराना उपचुनाव: रेप और अपहरण के आरोपी रालोद के ये स्टार प्रचारक करेंगे गठबंधन प्रत्याशी का प्रचार

locationमुजफ्फरनगरPublished: May 13, 2018 02:51:25 pm

Submitted by:

Rahul Chauhan

रालोद को अब रेप और अपहरण के आरोपी स्टार प्रचारकों का सहारा

शामली। कैराना उपचुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां पूरे उफान पर हैं। नामांकन प्रक्रिया समाप्त की समाप्ति के बाद अब सभी दल अपने-अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए स्टार प्रचारकों को मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं। इसी बीच रालोद ने अपने 40 स्टार प्रचारकों की सूची जारी की है।
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सूची जारी होते ही इसमें शामिल नाम विवादों के घेरे में आ गए हैं। दरअसल जो सूची जारी की है, उसमें कुछ ऐसे नेताओं के नाम हैं जो रेप, अपहरण और दंगे के आरोपी हैं। इनमें पूर्व मंत्री मेराजुद्दीन कविता चौधरी हत्याकांड में अपहरण के आरोपी हैं, जबकि पीस पार्टी के अध्यक्ष डॉ.अय्यूब रेप के आरोपी हैं।
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इनके अलावा सपा नेता एवं पूर्व मंत्री आजम खां, पूर्व सांसद अमीर आलम और पूर्व विधायक नवाजिश आलम मुजफ्फरनगर दंगे के आरोपी हैं। साथ ही राष्ट्रीय लोक दल की युवा इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वसीम रजा को स्टार प्रचारकों की सूची में शामिल नहीं किया गया है। आपको बता दें कि कैराना लोकसभा उपचुनाव भाजपा सांसद हुकुम सिंह की फरवरी माह में बीमारी से हुई मौत के बाद हो रहा है। यहां 28 मई को मतदान होगा। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला दिवंगत भाजपा सांसद की बेटी व भाजपा प्रत्याशी मृगांका सिंह और सपा-रालोद गठबंधन की प्रत्याशी तबस्सुम हसन के बीच है।
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तबस्सुम हसन रालोद प्रत्य़ाशी घोषित होने से पहले समाजवादी पार्टी में थीं। इससे पहले वे 2009 में इस सीट से बसपा की सांसद रह चुकी हैं। उनके बेटे नाहिद हसन इस समय कैराना विधानसभा से सपा के विधायक हैं। कैराना में हसन परिवार का खासा सियासी रसूख है। अधिकतर इसी परिवार के लोग यहां सांसद रहे हैं। अब इनको प्रत्याशी बनाकर रालोद-सपा से गठबंधन के सहारे 16वीं लोकसभा में अपना खाता खोलने की पुरजोर कोशिश में है। साथ ही गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव हारने के बाद भाजपा की प्रतिष्ठा भी यहां दांव पर है। भाजपा किसी भी सूरत में इस सीट को जीतने की कोशिश में है।
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