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दरअसल, मामला थाना भोपा क्षेत्र के गांव भुआपुर का है। जहां गांव निवासी पूरणचंद पुत्र दलेल की उम्र 65 वर्ष है। जो पिछले लगभग एक माह से अपनी आंखों की रोशनी वापस लाने के लिए हॉस्पिटल के चक्कर काट रहा है। परिजनों के अनुसार पूरणचंद ने कोविड़ का पहला टीका 12 मार्च को लगवाया था, जिसके बाद सबकुछ ठीक चल रहा था। मगर जब 20 अप्रैल को उसने कोविडशील्ड का दूसरा टीका लगवाया तो उसके लगभग 5 दिन बाद उनकी आंखों की रोशनी चली गयी। उसके बाद परिजन उन्हें लेकर हॉस्पिटल के चक्कर काट रहे हैं। मगर कोरोना के चलते इलाज नहीं हो सका। यह भी पढ़ें