क्या था मामला?
दरअसल मामला जनपद मुजफ्फरनगर के कस्बा शाहपुर का है, जहां पर बुढाना रोड पर कस्बा शाहपुर पुलिस चौकी के सामने पीठ मैदान में लगभग 200 अवैध खोके रखे हुए थे। जिन्हें हटाने के लिए नगर पंचायत शाहपुर ने नोटिस चस्पा कर 1 सप्ताह का समय दुकानदारों को दिया। जिसके चलते दुकानदारों ने अपने खोके तो खाली कर दीये पर अपने खोके नहीं हटाए। वहीं इस मामले को लेकर सीओ हरिराम यादव और शाहपुर इंस्पेक्टर बीपी यादव सहित नगर पंचायत ईओ ने सभी 200 खोके मालिकों की मीटिंग ली। लेकिन इस मसले दोनों ओर से कोई भी सहमति नहीं बनी। जिसके चलते गुरुवार सुबह पुलिस प्रशासन आला अधिकारियो के साथ पीठ मैदान पहुंचे औरअवैध कब्जा हटाने का काम चालू कर दिया। वहीं जब लोगों को इसकी जानकारी मिली, तो सभी ने उसका विरोध शुरू कर दिय। जिसके चलते लगभग 2 घंटे तक तक हंगामा होता रहा। इसी बीजेपी नेता यशपाल आर्य भी वंहा आ धमके और प्रशासनिक टीम से बदतमीजी की। हालांकि इस बीच प्रशासन की टीम ने हंगामे को नजरअंदाज करते हुए अवैध कब्जे को उखाड़ फेंका।
दरअसल मामला जनपद मुजफ्फरनगर के कस्बा शाहपुर का है, जहां पर बुढाना रोड पर कस्बा शाहपुर पुलिस चौकी के सामने पीठ मैदान में लगभग 200 अवैध खोके रखे हुए थे। जिन्हें हटाने के लिए नगर पंचायत शाहपुर ने नोटिस चस्पा कर 1 सप्ताह का समय दुकानदारों को दिया। जिसके चलते दुकानदारों ने अपने खोके तो खाली कर दीये पर अपने खोके नहीं हटाए। वहीं इस मामले को लेकर सीओ हरिराम यादव और शाहपुर इंस्पेक्टर बीपी यादव सहित नगर पंचायत ईओ ने सभी 200 खोके मालिकों की मीटिंग ली। लेकिन इस मसले दोनों ओर से कोई भी सहमति नहीं बनी। जिसके चलते गुरुवार सुबह पुलिस प्रशासन आला अधिकारियो के साथ पीठ मैदान पहुंचे औरअवैध कब्जा हटाने का काम चालू कर दिया। वहीं जब लोगों को इसकी जानकारी मिली, तो सभी ने उसका विरोध शुरू कर दिय। जिसके चलते लगभग 2 घंटे तक तक हंगामा होता रहा। इसी बीजेपी नेता यशपाल आर्य भी वंहा आ धमके और प्रशासनिक टीम से बदतमीजी की। हालांकि इस बीच प्रशासन की टीम ने हंगामे को नजरअंदाज करते हुए अवैध कब्जे को उखाड़ फेंका।
एडीएम ने मामला कराया शांत
उधर हंगामे की ख़बर पाकर एडीएम प्रशासन हरिश्चंद्र मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया। साथ ही विरोध कर रहे खोके मालिकों को पुलिस की मदद से सेखदेड़ दिया। जिसके बाद प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को कब्जामुक्त कराया। इस दौरान मौके पर एडीएम प्रशासन हरिश्चन्द्रएसपी देहात अजय सहदेव ने खोके मालिकों को स्पष्ट किया कि न्यायालय के आदेश पर ही ये कार्रवाई की गई, जबकि इस सम्बंध में कोई कुछ नहीं कर सकता। बता दे कि इस बीच सीओ बुढाना हरिराम यादव, तहसीलदार बुढाना रत्न वर्मा, नगर पंचायत अधिशाषी अधिकारी अनूप राय के अलावा कई थानों की फोर्स व पीएसी मौजूद रही।
उधर हंगामे की ख़बर पाकर एडीएम प्रशासन हरिश्चंद्र मौके पर पहुंचे और मामले को शांत कराया। साथ ही विरोध कर रहे खोके मालिकों को पुलिस की मदद से सेखदेड़ दिया। जिसके बाद प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर करोड़ों रुपये की सरकारी जमीन को कब्जामुक्त कराया। इस दौरान मौके पर एडीएम प्रशासन हरिश्चन्द्रएसपी देहात अजय सहदेव ने खोके मालिकों को स्पष्ट किया कि न्यायालय के आदेश पर ही ये कार्रवाई की गई, जबकि इस सम्बंध में कोई कुछ नहीं कर सकता। बता दे कि इस बीच सीओ बुढाना हरिराम यादव, तहसीलदार बुढाना रत्न वर्मा, नगर पंचायत अधिशाषी अधिकारी अनूप राय के अलावा कई थानों की फोर्स व पीएसी मौजूद रही।