प्रियंका गांधी का काफिला नहर की पटरी से होते हुए मुजफ्फरनगर पहुंचा। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस नेता इमरान मसूद और पंकज मलिक भी मौजूद रहे। मुजफ्फरनगर के बाद प्रियंका मेरठ भी जाएंगी। जहां वह हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलेंगी।
पुलिस पर साधा निशाना प्रियंका ने यूपी पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा कि पुलिस ने लोगों बेवजह मारा पीटा है। लोगों को बवजह मारा पीटा गया। बच्चों को भी काफी मारा पीटा गया। काफी बच्चें को लेकर जेल में डाल दिया है। जिनमें से कई को रिहा कर दिया गया है और कई अभी भी जेल में ही हैं। जहां-जहां अन्याय हुआ है वहां हम खड़े होंगे। मैंने पुलिस द्वारा की गई हिंसा को लेकर राज्यपाल को चिट्ठी भी लिखी है।
पीड़ित युवती की होने वाली है शादी मुजफ्फरनगर में प्रियंका ने हिंसा में घायल हुई रुकैया परवीन नामक युवती से भी मुलाकात की जिसकी शादी होने वाली है। रुकैया के परिवार का आरोप है कि पुलिस उनके घर में घुसी और बहुत सारा सामान ले गयी। उसकी 4 जनवरी को ही शादी होनी थी, लेकिन इस घटना में घायल होने के चलते शादी की तारीख बदल दी गई है। वहीं रुकैया से मिलने के बाद प्रियंका ने कहा कि एक 22 साल की लड़की है जिसका हाथ टूटा है और पैरों में भी पट्टियां बंधी हुई हैं। लड़की की शादी है और उसकी शादी का सामान भी तोड़ दिया गया है।
मेरठ में मिलेंगी पीड़ित परिवारों से बता दें कि मेरठ में हुई हिंसा में छह लोग मारे गए थे। जिनके परिवार से मिलने के लिए प्रियंका एक बार फिर मेरठ जाएंगी। इसे पहले 24 दिसंबर को प्रियंका और राहुल गांधी पीड़ित परिवारों से मिलने मेरठ पहुंचे थे। जिन्हें पुलिस द्वारा बॉर्डर पर ही रोक लिया गया था। इस दौरान पुलिस ने उन्हें धारा 144 का हवाला देकर वापस लौटने को कहा था।