मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की चर्चा उत्तर प्रदेश के जनपद मुजफ्फरनगर का नाम देशभर में अलग-अलग चीजों के लिए प्रसिद्ध रहा है। एशिया की नंबर वन गुड़ मंडी भी जनपद मुजफ्फरनगर में ही है। भाजपा सरकार में अब पश्िचमी उत्तर प्रदेश के जिले मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की चर्चा चल रही है। मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की हिंदू संगठनों की मांग तो लंबे समय से चली आ रही है। इसके चलते शिवसेना विश्व हिंदू परिषद (विहिप) अौर हिंदू महासभा सहित तमाम संगठन मुजफ्फरनगर का नाम लक्ष्मी नगर रखने की मांग कर रहे हैं।
भाजपा सांसद ने दिया आश्वासन 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में धार्मिक संगठन परमधाम न्यास के संस्थापक चंद्र मोहन महाराज ने मुजफ्फरनगर का नाम बदलकर शहीद भगत सिंह नगर रखने की मांग कर डाली। इसके बाद मुजफ्फरनगर से सांसद पूर्व केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने उनकी मांग का समर्थन किया। सांसद ने उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि वह पूरी तरह से मुजफ्फरनगर का नाम बदले जाने के सुझाव पर सहमत हैं। इस बारे में भाजपा सांसद संजीव बालियान का कहना है कि वह एक या दो दिन में इसका प्रस्ताव बनाकर कानूनी प्रक्रिया के तहत उत्तर प्रदेश व केंद्र सरकार को भेजेंगे।
कई बार बदला अमेठी का नाम आपको बता दें कि राज्य में जिलों के नाम बदलने की सियासत काफी पुरानी है। इससे पहले समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सरकार जिलों के नामों को बदलती रही हैं। मायावती ने अमेठी का नाम छत्रपति शाहूजी नगर कर दिया था। मुख्यमंत्री बनने के बाद मुलायम सिंह यादव ने इसे रद्द कर दिया तो पॉवर में आते ही मायावती ने फिर इसका नाम छत्रपति शाहू जी महाराज कर दिया था। 2012 में अखिलेश यादव ने फिर इसका नाम अमेठी कर दिया था। इसके अलावा उन्होंने कुछ और जिलों के नाम भी बदले थे।