दरअसल, भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत शुक्रवार को जिलाधिकारी मुज़फ्फरनगर से मिलने पहुंचे थे। जहां उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुजफ्फरनगर में जिस तरह से एक धर्म विशेष के लोगों को परेशान किया जा रहा है। उससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक गलत संदेश जा रहा है। हिंदुस्तान में तो सभी लोग बाहर से आए हुए हैं, हम भी तो जर्मनी से आए हैं। उन लोगों की जांच करो जो लोग बाहर से आए हैं। अब तो कोर्ट कचहरी में कहीं के भी कागज बनवा लो। इस तरह की घटनाओं से देश का विकास रुकता है और आपस में नफरत फैलती है। सांप्रदायिक घटनाएं होती हैं।
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मौलाना तौकीर रजा के बिगड़े बोल, कहा- मुसलमान सड़क पर उतरा तो संभलेगा नहीं ‘बेरोजगारों को रोजगार देने की बात करे सरकार’ उन्होंने कहा कि महंगाई का जमाना है। बेरोजगार लोगों को रोजगार देने की बात होनी चाहिए। इन चीजों पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। बाहर से आने वालों के लिए एलआईयू और अन्य एजेंसियों काम करें। बुलडोजर ठीक है, वह सही काम कर रहा है, लेकिन बुलडोजर नफरत की वजह से ना चले। जिस अधिकारी के कार्यकाल में अतिक्रमण हुआ है, उन अधिकारियों की भी जांच होनी चाहिए।
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यूपी की अब अपनी होगी सीबीआई, बड़े घोटालों की करेंगी जांच ‘पहले पुराने लोगों को बाहर करे सरकार’ 10 साल पुराने ट्रैक्टरों पर भी पॉलिसी आ गई है कि उन्हें जमा कर दो। पहले जो सरकार के 10 -20 साल पुराने लोग हैं पहले वह सरेंडर कर दें। जनता बाद में देख लेगी।