दरअसल, जनपद मुजफ्फरनगर में गुरुवार को कचहरी परिसर स्तिथ जिलाधिकारी कार्यालय पर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन के बैनर तले दर्जनों राशन डीलर पहुँचे। जिन्होंने अपनी समस्याओं से जुड़ा एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौपते हुए बताया कि जनपद में पिछले दिनों राशन की दुकानों को निलंबित कर दिया गया है, जिसमें हमारे शहर की भी दुकाने है। पूर्ति निरीक्षक मोहिनी मिश्रा की लॉगिन आईडी व अन्य पूर्ति निरीक्षकों की लॉगिन आईडी द्वारा कम्प्यूटर ऑपरेटरों द्वारा संभव हुआ जो कि गुप्त कोड होता है।
राशन डीलरों ने कहा कि हम सभी राशन डीलर मांग करते हैं कि इसकी निष्पक्ष जांच करा कर दोषियों को सजा दिलाई जाए। जांच पूरी होने तक हमारी दुकानों को पूर्व की तरह बहाल किया जाए, नई दुकानों की वैकेंसी निकालते समय उनसे बयान हल्फ़ी ली गई है कि पुरानी दुकानें बहाल होने पर नई दुकाने निरस्त समझी जाएंगी। जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा शहर की 99 दुकानों का निरस्तीकरण करके नई दुकानें आवंटित कर दी गई है, जो कि अन्य जिलों में नहीं है। हम सब ज्ञापन के माध्यम से यही मांग करते हैं के अगर हम दोषी पाए जाते हैं तो हमारे विरुद्ध कार्यवाही की जाए अन्यथा हमारी राशन की दुकानों को बहाल किया जाए।