इस दौरान जयंत चौधरी, कांग्रेस नेता इमरान मसूद, पंकज मलिक, हरियाणा से सांसद दीपेंद्र हुड्डा, अभय चौटाला, सपा विधायक नाहिद हसन, भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व बालियान खाप के मुखिया चौधरी नरेश टिकैत समेत कई दलों ने नेता मौजूद रहे। मंच पर पहुंचने पर जयंत ने अपने ऊपर हुए हमले को किसानों के गौरव से जोड़ा और पंचायत में बैठे सैकड़ों लोगों की तरफ लाठी लहराई। जिसके बाद लोगों ने जमकर नारेबाजी कर लाठी लहराई।
अभय चौटाला ने अपने संबोधन में कहा कि देश के किसान नेताओं और देश के किसानों को एकजुट होकर अब लड़ाई लड़नी होगी। अब समय आ गया है कि उत्तर प्रदेश के किसान एकजुट हों, क्योंकि चरण सिंह ने ही इन्हें एकजुट किया था। जिन भी राज्यों में भाजपा सत्ता में है, वहां इनकी सरकार किसानों की आवाज को दबा रही है। चौधरी देवीलाल और चौधरी चरण सिंह ने किसानों के लिए जमकर संघर्ष किया है और उन्हें एकजुट करने का किया। अब यह भाजपा सरकार किसानों की आवाज को कमजोर करना चाहती है। समय आ गया है जब सभी नेताओं को पार्टी लाइन से हटकर एकजुट होना होगा। हाथरस के आरोपियों को फांसी दी जानी चाहिए, लेकिन सरकार उन्हें बचाने का काम रही है।
वहीं मंच पर मौजूद सपा के पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि हाथरस में जो लाठीचार्ज हुआ वह जयंत चौधरी पर नहीं, बल्कि चौधरी चरण सिंह की विरासत पर हुआ है। ये देश के किसान और नौजवानों पर हमला है। अखिलेश यादव का संदेश है कि आगे भी समाजवादी पार्टी और रालोद साथ में चुनाव लड़ेगी। आमतौर पर बदलाव पूर्व से होता था, लेकिन इस बार यह बदलाव पश्चिम से होगा।