Highlights:
-रालोद कार्यकर्ताओं व किसानों को देख अधिकारी बने रहे मूक
-रालोद ने सरकार पर जमकर साधा निशाना
-कृषि मेले में जमकर की गई तोड़फोड़
पत्रिका न्यूज नेटवर्कमुजफ्फरनगर। केंद्र सरकार द्वारा देश में लगाए गए 3 कृषि कानूनों के खिलाफ लेकर चौतरफा विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इसी के विरोध में बुधवार को जनपद मुजफ्फरनगर में खतौली ब्लॉक परिसर में आयोजित सरकारी कृषि मेले में रालोद के जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में दर्जनों किसानो ने विरोध करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान अधिकरियों ने किसानों को खूब समझाने का प्रयास किया। मगर रालोद कार्यकर्ता व किसान नहीं माने और देखते ही देखते गुस्साए रालोद कार्यकर्ताओं ने ये कहकर मेला बंद करा दिया कि यहां केवल किसानों को गुमराह किया जा रहा है।
दरअसल, देश मे केंद्र सरकार द्वारा लाये गये 3 कृषि कानूनों का देश में किसान विरोध कर रहे हैं। प्रदर्शन के लगभग 50 दिन होने को हैं, मगर ना सरकार पीछे हटने को तैयार है और ना ही किसान। इसे लेकर देशभर में किसान और किसानों की आवाज उठाने वाले राजनैतिक और अ-राजनैतिक संगठनों के लोग इन कृषि बिलों का अलग अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे है। वहीं विपक्षी पार्टियां भी किसानों के समर्थन में आकर भाजपा सरकार पर निशाना साध रही हैं।
यह भी देखें: कृषि कानून के विरोध में सपा का बैलगाड़ी रैली इस क्रम में खतौली ब्लाक में आयोजित कृषि मेले के दौरान राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता व किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही हंगामा काटते हुए मेले में लगी सजावट को तोड़ते हुए तहस नहस कर दिया। इस दौरान रालोद कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा काटते रहे। पहले तो अधिकारी किसानों और रालोद कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास करते रहे, लेकिन स्थिति को देखते हुए अधिकारी भी पीछे हट गए। इस दौरान रालोद जिलाध्यक्ष अजीत राठी ने कहा कि सरकार किसानों को गुमराह करने का काम कर रही है। एक तरफ किसान भूखे प्यासे बारिश और सर्दी में दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए हैं और दूसरी ओर सरकार किसी मेले में किसानों को गुमराह कर रही है।