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सैम पित्रोदा के माफी मांगने के बाद भी सिख समाज में आक्रोश, कर दी ये बड़ी मांग

locationमुजफ्फरनगरPublished: May 12, 2019 09:36:58 am

Submitted by:

lokesh verma

कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के खिलाफ कार्यवाही की मांग को लेकर भड़का सिख समाज
मुजफ्रफरनगर में श्री गुरु सिंह सभा ने प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन

muzaffarnagar

सैम पित्रोदा के माफी मांगने के बाद भी सिख समाज में आक्रोश, कर दी ये बड़ी मांग

मुजफ्फरनगर. देश मे 1984 में हुए दंगों को लेकर कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के बयान को लेकर सिख समाज ने कड़ा विरोध जाहिर करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचकर प्रदर्शन किया। साथ ही राष्ट्रपति से मांग की है कि सैम पित्रोदा पर कड़ी कार्यवाही करने के साथ ही ऐसी व्यवस्था लागू की जाए, जिसमें कोई भी राजनीतिक दल का व्यक्ति देश में हो चुकी संवेदनशील घटनाओं को लेकर गलत बयानबाजी ना कर पाए।
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बता दें कि कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने सिख विरोधी दंगों को लेकर दिए गए बयान में कहा था कि जो हुआ, वो हुआ। हालांकि उन्होंने अपने इस बयान के लिए माफी मांग ली है, लेकिन इस माफी के बाद भी सिख समाज में आक्रोश है। उनके इसी बयान को लेकर शनिवार को श्री गुरु सिंह सभा ने रोष जाहिर किया है। सभा के पदाधिकारियों के साथ सिख समाज के लोग कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर पहुंचे और प्रदर्शन किया। इसमें उन्होंने सैम पित्रोदा पर संवेदनहीन बयानबाजी करने के आरोप लगाते हुए उनकी कड़ी निंदा की। प्रदर्शन के उपरांत राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन अपर जिलाधिकारी वित्त आलोक कुमार को सौंपा गया। ज्ञापन में सिख समाज ने कहा कि कांग्रेस नेता के बयान ने समाज को मानसिक और भावनात्मक रूप से गहरी क्षति पहुंचाने का काम किया है, क्योंकि 1984 में सिख विरोधी दंगों में जिस प्रकार से सिखों का नरसंहार कांग्रेसी नेताओं ने सरकारी तंत्र के साथ मिलकर दिल्ली व इसके आसपास के क्षेत्र में किया वह किसी से छिपा नहीं है। इस नरसंहार की जांच के लिए सरकारों ने जितने भी आयोग बनाए, उनकी रिपोर्ट में ये तथ्य सही पाए गए हैं। विभिन्न नेताओं और सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही के आदेश भी दिए गए हैं। कांग्रेसी नेता सज्जन कुमार को सजा मिलना ये प्रमाणित करता है कि किस तरह से कांग्रेसी नेता इस नरसंहार में लिप्त थे। गुरु सिंह सभा की ओर से कहा गया कि सिख समाज ने देश की आजादी और इसके बाद भी देश की पीड़ा में साथ खड़े होने का काम किया है। इसके साथ ही देश की तरक्की के लिए भी समाज ने योगदान दिया। सिख समाज ने सैम पित्रोदा के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग करते हुए कहा कि राजनीतिक दलों को ये दिशा-निर्देश दिया जाए कि वह किसी भी संवेदनशील घटना पर बयानबाजी करने से पहले संयम बरतें और विभिन्न समुदायों की भावनाओं का ध्यान रखा जाए।
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प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान अमरजीत सिंह सिडाना, महासचिव धनप्रीत सिंह चन्नी बेदी, गुरचरण सिंह बरार, बलका सिंह, प्रभजोत सिंह, सुखदर्शन सिंह बेदी, विरेन्द्र सिंह हनी सेखो, गुरप्रीत सिंह पुरी, त्रिलोचन सिंह मान, तीरथ सिंह गम्भीर, गुरनाम सिंह, देवेन्द्र सिंह, रविन्दर सिंह, सुरेन्द्र सिंह गम्भीर, सुखबीर रावल, दिवप्रीत सिंह, रणजीत सिंह, सुरजीत सिंह, वजीर सिंह, जितेन्द्र पाल सिंह, अरविन्दर सिंह, हरप्रीत सिंह, जगप्रीत सिंह, जनप्रीत सिंह, अभीजीत गम्भीर, अभिनिन्दर सिंह, प्रिन्स कथूरिया, कप्तान सिंह नागपाल, वरूणजीत नागपाल, देवेन्द्र साहनी, राजेश चन्दोक, गोपाल सिंह, सिमरजीत सिंह, रविन्दर सिंह बिन्नी, अरमीन सिंह, हरप्रीत सिंह बांगा, हरकंत सिंह बेदी, दीपक सिंह आदि मौजूद रहे।
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