script

17 छात्राओं को रात में स्कूल में रोककर टीचर ने की अश्लील हरकतें, मामला दबाने वाले थाना प्रभारी पर गिरी गाज

locationमुजफ्फरनगरPublished: Dec 08, 2021 12:56:00 pm

Submitted by:

lokesh verma

मुजफ्फरनगर. प्रैक्टिकल के नाम पर 10वीं की 17 छात्राओं को दूसरे स्कूल में ले जाकर रात में छेड़खानी और एक छात्रा से दुष्कर्म के मामले में 17 दिन बाद पुलिस अधिकारी नींद से जागे हैं। मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस के आला अधिकारियों की नींद टूटी, जिसके चलते एसएसपी अभिषेक यादव ने पुरकाजी के थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है।

teacher-did-obscene-acts-by-stopping-17-girls-in-school-at-night.jpg
मुजफ्फरनगर. प्रैक्टिकल के नाम पर 10वीं की 17 छात्राओं को दूसरे स्कूल में ले जाकर रात में छेड़खानी और एक छात्रा से दुष्कर्म के मामले में 17 दिन बाद पुलिस अधिकारी नींद से जागे हैं। 18 नवंबर को हुई नाबालिग छात्राओं से हैवानियत को लेकर ग्रामीणों ने स्कूल में हंगामा किया और फिर थाने में आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की, लेकिन थाना पुरकाजी पुलिस ने एक स्कूल प्रबंधक को हिरासत में लेकर छोड़ दिया। मामला मीडिया में आने के बाद पुलिस के आला अधिकारियों की नींद टूटी, जिसके चलते एसएसपी अभिषेक यादव ने पुरकाजी के थाना प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार सिंह को लाइन हाजिर कर दिया। इसके साथ ही आरोपियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया है। इस मामले में फिलहाल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
दरअसल, मुजफ्फरनगर के थाना भोपा क्षेत्र के गांव मजलिसपुर तौफिर स्थित एक निजी पब्लिक स्कूल का है। आरोप है कि 18 नवंबर को प्रधानाध्यापक/प्रबंधक योगेश कुमार स्कूल की 17 छात्राओं को दसवीं कक्षा के बोर्ड के प्रैक्टिकल कराने के बहाने पुरकाजी थाना क्षेत्र के गांव तुगलकपुर कमहेड़ा स्थित दूसरे प्राइवेट स्कूल में ले गए थे। जहां प्रैक्टिकल के बहाने छात्राओं को पूरी रात रखा गया। छात्राओं का आरोप है कि उक्त अध्यापक ने विद्यालय में ही रात को रजाई और गड्ढे किराए पर मंगवाए। इसके साथ ही अध्यापक ने शाम के समय छात्राओं को खिचड़ी में नशीला पदार्थ खिलाकर अश्लील हरकतें की। जबकि एक छात्रा से दुष्कर्म भी किया गया। घटना के बाद पीड़ित छात्राओं ने अपने परिजनों को जानकारी दी। इसके बाद छात्राओं के परिजनों ने विद्यालय में जाकर हंगामा किया। कमहेड़ा के ग्राम प्रधान की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी अध्यापक को हिरासत में भी लिया, लेकिन बाद में छोड़ दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के चलते थाना पुलिस ने छात्राओं के मान सम्मान को ताक पर रखकर आरोपी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
यह भी पढ़ें- बिकरू कांड के कुख्यात विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे के खिलाफ वारंट जारी

2 छात्राओं ने हिम्मत जुटाकर सुनाई थी आपबीती

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, प्रैक्टिकल की रात एक शिक्षक ने एक छात्रा के साथ बेरहमी से मारपीट भी की थी। पूरे मामले को लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। वहीं, 17 छात्राओं में से 2 छात्राओं ने हिम्मत जुटाकर कचहरी परिसर में मीडिया से रूबरू होते हुए आपबीती सुनाई थी और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की थी। घटना के बाद ग्रामीणों ने भी विद्यालय में जाकर हंगामा किया, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। आरोप है कि पुलिस ने 17 दिन तक मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया।
एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरा फरार

पीड़िता छात्राओं ने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज कराते हुए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। मामला मीडिया में आने के बाद 5 दिसंबर को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद मंगलवार को पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि दूसरा आरोपी अभी भी फरार है।

ट्रेंडिंग वीडियो