Highlights
– मुजफ्फरनगर के थाना जानसठ का मामला
– पकड़े गए आरोपी अवैध हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह के सदस्य
– गिरोह के तीन सदस्य पहले ही भेजे जा चुके हैं जेल
मुजफ्फरनगर. थाना जानसठ पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी, जब पुलिस ने चेकिंग के दौरान तीन अभियुक्तों को दबोच लिया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से एक असली और 2 नकली बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ 2 तमंचे व कारतूस बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपी अवैध हथियार सप्लाई करने वाले गिरोह के शातिर सदस्य हैं। इस गिरोह के तीन सदस्य गत 12 अक्टूबर को 5 अवैध पिस्टल व चोरी की मोटरसाइकिल के साथ जेल भेजे जा चुके हैं।
यह भी पढ़ें- समलैंगिक संबंध छिपाने और मांग पूरी न होने पर एक दोस्त ने ही की दोस्त की हत्या, जानिये पूरा मामला पुलिस अधीक्षक ग्रामीण नेपाल सिंह ने बताया कि थाना जानसठ पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि क्षेत्र में कुछ लोग अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं। मुखबिर की इसी सूचना पर पुलिस ने चेकिंग के दौरान मीरापुर जानसठ रोड स्थित एक ढाबे के पास से तीन लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से तीन बुलेटप्रूफ जैकेट व दो अवैध तमंचे बरामद किए हैं। पकड़े गए आरोपियों की पहचान सुनील चंद्रा पुत्र चंद्रपाल सिंह निवासी मोहल्ला पछायान थाना मीरापुर, मानसिंह पुत्र घसीटू निवासी कासमपुर खोला थाना मीरापुर, श्याम किशन मेहरा पुत्र किशन मेहरा निवासी विकास विहार थाना सिविल लाइन मेरठ के रूप में हुई है।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि गत 12/13 अक्टूबर की रात थाना जानसठ कोतवाली क्षेत्र में मुठभेड़ के दौरान पकड़े गए रणजीत व मनीष ठाकुर तथा अमित ठाकुर भी हमारे ही गिरोह के सदस्य हैं। हम लोग अवैध असलाह पिस्टल व अवैध तमंचों की सप्लाई का कारोबार करते हैं। हम लोग बुलेटप्रूफ जैकेट सप्लाई करने वाले श्याम किशन मेहरा से बुलेटप्रूफ जैकेट लेने आए थे। इस दौरान श्याम किशन मेहरा ने बताया कि वह चेन्नई से सुरेश नामक व्यक्ति से इन बुलेटप्रूफ जैकेट को 50-50 हजार रुपए में खरीदता है, जो वाईएसआर एंटरप्राइज नाम की कंपनी चलाता है। वह 1 लाख 25 हजार से 1 लाख 35 हजार में इन्हें आगे बेच देता है। अधिक मुनाफा कमाने के लिए अब वह असली बुलेटप्रूफ जैकेट दिखाकर नकली बुलेटप्रूफ जैकेट बेचने आया था। इस दौरान एसपी देहात ने ओर अधिक जानकारी देते हुए बताया कि पकड़े गए अपराधियो के विरुद्ध पूर्व में भी काफी मुकदमे पंजीकृत है, इन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है।