प्राप्त जानकारी के अनुसार चमकी बुखार से पीडि़त तीन वर्षीय आदित्य सकरा का रहने वाला था। उसे बुखार होने के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जांच से पता चला कि वह इंसेफेलाइटिस से पीडि़त है। उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था। उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। इस रोग से पीडि़त एक पांच वर्षीय बालिका सपना भर्ती है। बिहार में इस बार एईएएस ने मार्च महीने में ही दस्तक दे दी है। साथ ही इस साल बिहार में एईएस से यह मौत का पहला मामला है। एईएस को लेकर सभी को अलर्ट कर दिया गया है।
गौरतलब है कि गत वर्ष इस रोग से प्रदेश के करीब दो सौ बच्चों की जान चली गई थी। इंसेफेलाइटिस के अलावा प्रदेश में कोरोना और बर्ड फ्लू पहले से ही मौजूद है। प्रदेश में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या १५ हो गई है। कोरोना की रोकथाम के लिए पूरे राज्य में पहले से ही लॉकडाउन चल रहा है। कोरोना के अलावा बर्ड फ्लू के मामले भी सामने आ चुके हैं। पटना और नालंदा में बर्ड फ्लू के मामले सामने आए हैं। इन क्षेत्रों में एक किलोमीटर के दायरे को सर्विलांस पर रखा गया है। बिहार सरकार के सामने एक साथ तीन रोगों की मौजूदगी से बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है।