आठ महीने रहता है जलजमाव
पश्चिमी चंपारण के ठकराहा प्रखंड के सिसवनिया गांव के लोगों ने सरकार और जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा से निराश होकर जल सत्याग्रह किया। छः सौ लोगों के इस गांव के लोग साल में आठ महीने जलजमाव से त्रस्त रहते हैं।
शुक्रवार से चल रहा था जल सत्याग्रह
जनप्रतिनिधियों और सरकारी उपेक्षा से त्रस्त लोगों ने शुक्रवार से ही गांव के एक सरोवर में जल सत्याग्रह शुरु किया। शनिवार को स्थानीय प्रशासन की तरफ से मिले आश्वासन के बाद ग्रामीणों का जल सत्याग्रह समाप्त कराया गया।
ग्रामीणों को है ढेरों शिकायतें
ग्रामीणों को सरकार और जनप्रतिनिधियों से ढेरों शिकायतें हैं। गांव चौतरफा जल से घिरा रहता है।सड़कों की जगह जहां तहां बड़े छोटे गड्ढे हैं जिनमें हमेशा पानी जमा रहता है। गांव के बच्चे साल में चार महीने ही दो किमी दूर स्कूल जा पाते हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अगले चुनाव में या तो वे वोट का बहिष्कार करेंगे या नोटा बटन का इस्तेमाल करेंगे।