प्राप्त जानकारी के अनुसार अभी तक दो दर्जन लोगों का सत्यापन किया जा चुका है। इनमें से कइयों से पूछताछ भी हो चुकी है। बता दें कि अगस्त महीने में जिला प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने जेल में औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान जेल अस्पताल में भर्ती ब्रजेश ठाकुर के पास से एक डायरी मिली थी। इसमें छुपा कर रखे गए एक कागज पर पचास से अधिक लोगों के नाम और नंबर मिले थे। बाद में ये नंबर सीबीआई को सौंप दिए गए। इनमें से अधिकांश रसूखदार और बड़े पदों पर तैनात लोग हैं।
इस तरह हुआ था मामले का खुलासा
गौरतलब है कि टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टिस)के ऑडिट रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में रह रही बालिकाओं के साथ यौन शोषण की बात का खुलासा हुआ था। इस बात के सामने आने के बाद पुलिस ने आरोपी ब्रजेश ठाकुर को गिरफ्तार किया था। इस मामले की जांच को सीबीआई को सौंप दिया गया। सीबीआई जांच में कई चौंका देने वाली बातें सामने आ रही है। बीते दिनों भी सीबीआई ने ब्रजेश ठाकुर के ड्राइवर विजय की निशानदेही पर सिकंदरपुर श्मशान घाट के महाकाल मंदिर के पास खुदाई कर लड़की का कंकाल बरामद किया था। इस कंकाल के मिलने के बाद सनसनी फैल गई थी।