इस मामले ( Bihar Skeletons Case ) में जांच के बाद कई पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई हो सकती है। मुजफ्फरपुर अस्पताल ( SKMCH Muzaffarpur ) के एफएमटी प्रभारी डॉ विपिन कुमार ने बताया कि लावारिस लाशों के दाह संस्कार का जिम्मा पुलिस ( Bihar Police ) का होता है। अहियापुर थाने को लावारिश लाशों के दाह संस्कार करने की लिखित सूचना मई में ही दे दी गई थी। एस एस पी मनोज कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। जल्द ही खुलासे के बाद कार्रवाई की जाएगी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्पताल प्रशासन ने आठ जून को ही अहियापुर थाने के डीएम को दाह संस्कार के लिए राशि मुहैया कराने के लिए डीएम को लिखा। राशि बैंक के जरिए थाने को भेज दी गई ।सीएम के दौरे के पहले आनन फानन में लावारिस लाशें जैसे तैसे जला दी गईं।
अस्पताल के पोस्टमॉर्टम रूम में अभी भी लंबे समय से दर्जन भर लावारिस लाशें इंतजार में पड़ी रखी हुई हैं। हालांकि लावारिस लाशों को 72 घंटों तक ही रखे जाने का प्रावधान है। लेकिन पुलिस ( Bihar Police ) की मनमानी से लाशें महीनों तक पड़ी सड़ती रहती हैं। सीनियर एसपी ने बताया कि अब लावारिश लाशों का दाह संस्कार निर्धारित समय पर चिन्हित श्मशान घाट पर ही कराने के निर्देश दिया गया है।