सहारनपुर। हरियाणा से पशुआें की तस्करी करने वाले तस्कराें ने शनिवार काे हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। एक कैंटर में 28 पशुआें काे ठूंस-ठूसकर भरा गया। इन्हें गंगाेह स्थित एक स्लाटर हाउस में लाया जा रहा था, बीच में पुलिस ने कंटेनर काे रुकावकर चेक किया ताे पता चला कि, कंटेनर में 15 पशुआें की माैत हाे चुकी थी। इनके शवाें काे अब स्लाटर हाउस में कटवाने की तैयारी की जा रही थी कि इससे पहले पुलिस ने छापा मार दिया। सभी मृत पशुआें के शवाें काे पाेस्टमार्टम के बाद दफना दिया गया है। आशंका जताई जा रही है कि जहरीले इजंकेशन देकर पशुआें काे मारा गया आैर फिर उन्हे कंटेनर में भर दिया गया। यह घटना पूरे इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
हरियाणा से तस्करी करके जिन्दा गोवंश लाने का सिलसिला तो थमने का नाम ले ही नही रहा था, अब तस्करों ने मृत पशुओं की भी तस्करी शुरु कर दी है। चर्चाए हैं कि तस्कर जिन्दा पशुओं को नशे का इंजेक्शन देकर उन्हे बेहाेशी की हालत में कैंटर में भरकर लाते हैं। इसी बेहाेशी में सांस ना आने की वजह से रास्ते में इन पशुआें की दम घुटने से माैत हाे जाती है। शनिवार को भी एेसा ही हुआ, एक कंटेनर में लादकर 28 गोवंश और 15 भैंसों काे लाया जा रहा था। मुखबिर की सूचना पर कोतवाली पुलिस ने नगरपालिका के सलाटर हाउस के पास कंटेनर काे रुकवा लिया आैर चालक से पूछताछ की तो उसने पुलिस को सारी सच्चाई बता दी।
पुलिस ने पशु चिकित्साधिकारी डाॅ. वीरेन्द्र को माैके पर ही बुलवा लिया आैर जब कंटेनर का डाला खाेला गया ताे पशुआें की हालत देखकर सभी हैरान रह गए। इन्हें रुई की गूंदकर भरा गया था। इनमें से पंद्रह की माैत हाे चुकी थी। मृतक सभी पशुआें का पाेस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम कराने के बाद नगरपालिका की जेसीबी की सहायता से स्लाटर हाउस के पास ही इन्हें दफना दिया गया। इस मामले में पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।