मुजफ्फरनगर। जिला कारागार इन दिनों अपराधियों की ऐशगाह के साथ-साथ उनके वर्चस्व का केंद्र भी बन गया है। इस वजह से कई दिन से जेल में दो शातिर अपराधियों के गुटों में खूनी संघर्ष जारी है। ताजा मामला शनिवार शाम का है, जब जेल में बंदियों के दो गुटों में जमकर खूनी संघर्श हुआ। इससे जेल में हड़कंप मच गया। सूत्रों की मानें तो इस संघर्ष में बंदी रक्षकों और लंबरदारों ने भागकर अपनी जान बचाई। घटना में कई लोगों के घायल होने की सूचना मिली है, जिनका इलाज जेल चिकित्सालय में चल रहा है।
मामला मुजफ्फरनगर के जिला कारागार का है, जहां शनिवार शाम को बंदियों के दो गुटों में जेल में संघर्ष हो गया। इसके चलते कई बंदी घायल हो गए। घटना की सूचना मिलते ही डीएम दिनेश कुमार सिंह और एसएसपी कृष्ण बहादुर सिंह सहित अन्य पुलिस व प्रशासनिक अघिकारी भारी फोर्स के साथ जेल पहुंच गए। घंटों की मशक्कत के बाद मामले को शांत किया गया।
शुक्रवार की रात में भी जेल में दोनों पक्ष आपस में भिड़ गए थे, जिसके बाद अधिकारियों ने पीएसी बुलाकर किसी तरह हालात पर काबू पाया था। झगडे में कई बंदी घायल हो गए थे। सूत्रों के अनुसार, झगडे का कारण वर्चस्व की लड़ाई है। बताया जा रहा है कि जेल में बंद शाहरुख गैंग के साजिद व अन्य साथी मुलाकात के लिए मैदान में आए हुए थे। बताया गया कि कैराना का गय्यूर पक्ष भी यहां मौजूद था। किसी बात को लेकर गय्यूर व शाहरुख पक्ष में कहासुनी हो गई।
शाम को मुलाकात का वक्त खत्म होते ही दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला बोल दिया। उस्तरे, रॉड, कट्टन व डंडों का प्रयोग हुआ। बंदीरक्षक व लंबरदारों ने भागकर अपनी जान बचाई। घटना की सुचना मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक घंटों जेल में जमे रहे। इसके बाद डीआर्इजी वीके शेखर भी जेल पहुंच गए। अधिकारी पुरे मामले की जांच कराकर कार्रवार्इ की बात कह रहे हैं। जेलर ने बताया की ये मुकीम काला के आदमी हैं और कुछ और लोग हैं। यह वर्चस्व की लड़ाई है।