काटा 100 किलो का केक
100 वर्षीय जोराराम ने अपने 6 पुत्र, 1 पुत्री, 12 पौत्र, 4 प्रपौत्र, 11 दोहितों ने 100 किलो की माला पहनाकर परिवार के साथ 100 किलो वजनी केक काटा। इस दौरान पर्यावरण एवं जीव दया को लेकर सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए। जिसमें समाज के हजारीराम पूनिया, मनोज डेलू खाजुवाड़ा, भागचंद राहड़, मनोहरलाल विश्नोई, भागचंद लोमरोड़, जगदीश राहड़, मांगीलाल, कैलाश, बुधाराम, दीपु, गौतम, सुनिल, सुरेश, मनीष सहित परिजनों ने पौधरोपण किया। 50 परिवारों के साथ जब जोराराम विश्नोई का जन्मदिन मनाया तो पूरी ढाणी में एक उत्सव जैसा माहौल बन गया।
100 वर्षीय जोराराम ने अपने 6 पुत्र, 1 पुत्री, 12 पौत्र, 4 प्रपौत्र, 11 दोहितों ने 100 किलो की माला पहनाकर परिवार के साथ 100 किलो वजनी केक काटा। इस दौरान पर्यावरण एवं जीव दया को लेकर सामाजिक व धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हुए। जिसमें समाज के हजारीराम पूनिया, मनोज डेलू खाजुवाड़ा, भागचंद राहड़, मनोहरलाल विश्नोई, भागचंद लोमरोड़, जगदीश राहड़, मांगीलाल, कैलाश, बुधाराम, दीपु, गौतम, सुनिल, सुरेश, मनीष सहित परिजनों ने पौधरोपण किया। 50 परिवारों के साथ जब जोराराम विश्नोई का जन्मदिन मनाया तो पूरी ढाणी में एक उत्सव जैसा माहौल बन गया।