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बत्तीस फ्रीक्वेंसी की 300 एमए में ग्रीड टेक्नॉलिजी में होगा एक्सरे

locationनागौरPublished: Oct 01, 2019 12:09:21 pm

Submitted by:

Sharad Shukla

Nagaur patrika latest news.जिला मुख्यालय के टीबी हॉस्पिटल में अत्याधुनिक तकनीकी डिजिटल एक्सरे मशीन लगा दीNagaur patrika latest news

300 MA of 32 Frequency will have X-ray in Grid Technology

300 MA of 32 Frequency will have X-ray in Grid Technology

नागौर. जिला मुख्यालय के टीबी हॉस्पिटल में अत्याधुनिक तकनीकी डिजिटल एक्सरे मशीन लगा दी गई है। हॉस्पिटल के चिकित्सकों के अनुसार अभी लगाई गई मशीन की तकनीकी के मुकाबले जिला अस्पताल में भी नहीं है। इस डिजिटल एक्सरे मशीन से रोगी के प्रत्येक बिंदु का पूरा विश्लेषण एक्सरे फिल्म के माध्यम से ही सुव्यवस्थित तरीके से हो जाता है। मशीन लगाए जाने के साथ ही सोमवार से ही इस पर काम भी शुरू कर दिया गया। इससे अब टीबी अस्पताल में आने वाले मरीजों को इधर-उधर चक्कर लगाने से फिलहाल छुटकारा मिल गया है। इसमें विशेष बात यह है कि इसमें रेडियेशन भी काफी रहता है।
लंबे समय से एक्सरे के लिए परेशान होने वाले टीबी रोगियों के लिए खुशखबरी है। जिला टीबी हॉस्पिटल में आरएएमएससीएल की ओर से 32 केवी हाई फ्रीक्वेंसी की एक्सरे डिजिटल मशीन लगने के साथ ही अस्पताल में आने वालेे रोगियों को राहत मिल गई है। अब तक यहां पर आने वाले रोगियों को एक्सरे के लिए जिला अस्पताल या फिर प्राइवेट अस्पतालों के चक्कर लगाने पड़ते थे।
32 केवी हाई फ्रीक्वेंसी की एक्सरे डिजिटल मशीन

इसे लगाए जाने की लंबे समय से मांग की जा रही थी। चिकित्सकों के अनुसार यहां पर रोजाना का आउटडोर दो दर्जन से अधिक के रोगियों का होता है। यहां पर चिकित्सकीय जांच के बाद रोगियों को एक्सरे की सलाह दिए जाने के बाद रोगियों को इसे कराने के लिए बेहद परेशानी उठानी पड़ती थी। यहां से एक्सरे की सलाह मिलने के बाद रोगी जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय जाता था। वहां पर लंबे इंतजार के बाद भी कोई निश्चित नहीं रहता कि रोगी का एक्सरे उसी दिन हो जाएगा। ऐसे में ज्यादा जरूरतमंद एवं दूरदराज क्षेत्रों से आए रोगियों को प्राइवेट संस्थानों की शरण में जाना पड़ रहा था। अब फिलहाल रोगियों ने सोमवार को मशीन लगने के बाद राहत की सांस ली है। सोमवार को इसी में कुल 13 रोगियों का एक्सरे किया गया। मौके पर ही रिपोर्ट मिलने से रोगियों के चेहरों पर भी राहत नजर आई।
रेडियेशन से बचाव के इंतजाम
एक्सरे डिजिटल मशीन में एक्सरे के दौरान रेडियेशन से बचाव के लिए तकनीशियन एवं रोगी, दोनों के ही बचाव के इंतजाम किए गए हैं। तकनीशियन के सामने ही एक बड़ी स्टैंडनुमा उच्चतम तकनीकी की प्लेट लगी हुई है। एक्सरे के दौरान यह प्लेट रेडियेशन को रोकने का काम करेगी। विशेषज्ञों की माने तो इस मशीन में रेडियेशन निजी संस्थानों में लगी मशीन से 20 प्रतिशत कम रहता है।
हाई फ्रीवक्वीं और ग्रीड टेक्नालिजी में एक्सरे
रेडियोग्राफर भूपेन्द्र मीणा ने बताया कि यह 32 केवी हाई फ्रीक्वेंसी पर 300 एमए की तकनीकी पर काम करती है। इसमें 50 से लेकर 300 एमए की रेंज में बेहद सहजता से एक्सरे करने की सुविधा है। फ्रीक्वेंसी में न्यूनतम 15 व अधिकतम 40 फ्रीक्वेंसी तकनीकी की मशीन ही होती है। जबकि इसकी फ्रीक्वेंसी हाई होने के साथ ही ग्रीड टेक्नालिजी पर काम करने वाली यह मशीन अब केवल टीबी हॉस्पिटल के पास ही है। इसमें बच्चों या बुजुर्गों के हिलने के दौरान स्टेचू की मुद्रा में ज्यादा हिदायत देने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। रोगी के मशीन के सामने आने के चंद सेकेण्ड में उसका एक्सरे हो जाएगा। इसके अलावा इसमें चार कैसेट की सुविधा उपलब्ध है। जबकि अन्य में एक या दो कैसेट की उपलब्धता ही होती है। एक कैसेट की अनुमानत: मार्केट वैल्यू तकरीबन 60 से 70 हजार होती है। इसके अलावा मशीन के खराब होने या काम नहीं करने की स्थिति में इसे दो दिन में दुरुस्त करने की जिम्मेदार संबंधित एजेंसी की रहेगी।
इनका कहना है…
तमाम प्रयासों के बाद जिला टीबी हॉस्पिटल में अत्याधुनिक तकनीकी की एक्सरे डिजिटल मशीन लगने के बाद रोगियों को निश्चित रूप से राहत मिली है। इसमें रोगियों को अब पहले से ज्यादा सुव्यवस्थित एवं स्पष्ट एक्सरे की सुविधा मिलनी शुरू हो गई है।
नरेन्द्र सिंह राठौड़, जिला क्षय रोग नियंत्रण कार्यक्रम अधिकारी, टीबी हॉस्पिटल नागौर
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