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नागौर•May 03, 2019 / 06:09 pm•
Anuj Chhangani
8 साल बाद ओटी में गूंजने लगी बेटियों की किलकारी
लाडनूं, स्थानीय सेठ गणपत राय सरावगी राजकीय अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में एक लंबे समय अंतराल के बाद बिटिया कि किलकारी सुनने को मिली। गौरतलब है कि डॉ सुनीता शर्मा के 23 फरवरी 2011 को ट्रांसफर के बाद यह पद रिक्त था, इसके चलते तब से सिजेरियन डिलीवरी नहीं हुई। इस दौरान सामान्य प्रसव स्त्री डॉ ज्योत्सना राठौड़ की देखरेख में करवाए जाते रहे, लेकिन असामान्य प्रसव के लिए यहां से तुरन्त हायर सेंटर रेफर कर दिया जाता था। जिसके चलते ग्रामीण-शहरी क्षेत्र के सैकड़ों लोगो को काफी परेशान होना पड़ता था। उन्हें निजी अस्पताल की तरफ रुख करने के कारण आर्थिक समस्या का सामना भी करना पड़ता रहा। डॉ. राजेश कुमारी के नेतृत्व में राजकीय अस्पताल की यह समस्या हल हो गई। डॉ राजेश कुमारी ने 10 मार्च 2019 को लाडनूं में पदभार ग्रहण किया। 13 मार्च को बूडसू निवासी गर्भवती सुमन फुलवरिया का अपने पीहर लाडनूं में सफल सिजेरियन करवाया, जिससे बिटिया का जन्म हुआ। उन्होंने बताया कि कुछ प्रसव में ब्लड ट्रांस यूजन भी करवाया गया। अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ सुरेश कालानी ने बताया कि मार्च में 3 अप्रेल में 12 व मई में अब तक 1 सिजेरियन ऑपरेशन सहित कुल 16 सिजेरियन किए गए हैं जो कि पिछले 8 साल से बंद पड़े थे। ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ मूलचंद चौधरी का कहना है जहां पहले राजकीय अस्पताल में औसत 60-65 डिलीवरी होती थी वहीं यह औसत 104 तक पहुंच गया। डॉ सुरेश बाकोलिया ने बताया कि इससे रेफर के केस में काफी कमी आई है। अस्पताल के जनाना वार्ड में उपचाराधीन महिलाओं की संख्या में इजाफा हुआ है। सिर्फ अप्रेल में 104 प्रसव हुए जिसमें से 92 सामान्य व 12 सिजेरियन थे।