जानकारी देते गच्छीपुरा थानाधिकारी अब्दुल रऊफ खान ने बताया कि हरनावां मेंं कुचीपला मार्ग के पास तिराहे पर एक संदिग्ध युवक को चार पांच लोगों को गुमराह करते देखा गया और उसे संदिग्ध मानकर पुलिस ने जब उससे पूछताछ की तो उसने अपना नाम राजकुमार पुत्र सत्यनारायण ब्राहमण निवासी किले के पीछे रूपनगढ अजमेर बताया.
पूछताछ मेंं संतोष जनक जबाब नहींं दिया और पुलिस की सख्ती के बाद उसने थाना क्षेत्र रूपनगढ और परबतसर मेंं चोरी की वारदात को अंजाम देना कबूला। थानाधिकारी ने बताया कि पूछताछ मेंं उसने बताया कि रूपनगढ मेंं एक माह पूर्व सहयोगी हीरालाल जाट निवासी बांदरासिंदरी के साथ मिलकर एक बाइक चोरी करना स्वीकारा.
साथ ही दस दिन पूर्व परबतसर से एक महाराज का मोबाइल चोरी करने की घटना को भी स्वीकारा. इसके साथ ही रूपनगढ मेंं कुमावतों के मौहल्ले मेंं स्थित मंदिर मेंं चोरी करने की वारदात मेंं भी इसी व्यक्ति का हाथ होने की संभावना से पुलिस इंकार नहींं कर रही है। उससे कडाई से पूछताछ कर रही है।