गौरतलब है कि मंगलवार को किराणा मर्चेंट एसोसिएशन की ओर से सोशल मीडिया पर एक मैसेज वायरल किया गया, जिसमें एसोसिएशन ने बताया कि भाव तो गुटखा, बीड़ी आदि के बढ़े हैं, लेकिन किराणा व्यापारियों को कालाबाजारी के नाम पर बदनाम किया जा रहा है। साथ ही 31 मार्च को अवधि पूरी होने, स्टॉक खत्म तथा होम डिलीवरी देने में आ रही परेशानी को देखते हुए दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया गया। इसकी जानकारी मिलने पर जिला रसद अधिकारी ने व्यापारियों से बात की तथा दुकानें खोलने के सम्बन्ध में बात की। उन्होंने कहा कि यदि कहीं परेशानी आ रही है तो बैठकर उसका हल निकाला जाएगा। साथ ही दुकानें खोलने की अवधि भी आगामी 14 अप्रेल तक बढ़ाने के आदेश जारी किए गए, जिसमें होम डिलीवरी के लिए नया दरवाजा स्थित समृद्धि सुपर शॉपिंग का नाम दिया गया है।
कालाबाजारी को रोकने के लिए सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार ने उठाया कदम
नागौर. आम उपभोक्ताओं को डोर-टू-डोर राशन सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से दी नागौर सहकारी उपभोक्ता होलसेल भंडार लिमिटेड की ओर से मंगलवार को चल वाहन रवाना किया गया। भंडार के प्रशासक पीपी सिंह ने चल वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए कहा कि लॉकडाउन के बीच आम उपभोक्ताओं को घर पर ही राशन सामग्री उचित दरों पर उपलब्ध करवाई जाएगी। भंडार के महाप्रबंधक ताराचंद बलाई ने बताया कि खाद्य सामग्री शहर के प्रत्येक मोहल्ले में उचित दर पर उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से वाहन रवाना किया गया है, ताकि शहरवासियों को कालाबाजारी का शिकार नहीं होना पड़े। इस दौरान सहकारी विभाग के उप रजिस्ट्रार हरीश सिवासिया, गोपाल सेन, परमाराम जाखड़, तेजाराम जाखड़, मनीष जैन, आदि उपस्थित रहे। चल वाहन में आलू, प्याज, दालें, चावल, आटा, चीनी, चाय व मशालों के साथ साबुन व बिस्किट हैं।